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government vacation: प्रधानमंत्री के दौरे के चलते कर्मियों की छुट्टियों पर असर

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government vacation: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 4 नवंबर को झारखंड दौरा प्रस्तावित है, लेकिन इस कार्यक्रम ने राज्य के कई कर्मियों की छुट्टियों पर असर डाला है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग और प्रधानमंत्री से कर्मियों के छुट्टियों पर विचार करने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा कि इस समय झारखंड के लिए विशेष पर्वों का समय है, और प्रधानमंत्री के दौरे के कारण कई कर्मियों को अपनी छुट्टियों से वंचित होना पड़ रहा है।

government vacation: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अपील

मुख्यमंत्री सोरेन ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग से भी अपील की है कि जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को स्पष्ट निर्देश दिए जाएं कि वे कर्मियों की छुट्टियों को रद्द न करें, खासकर इस पर्व के दौरान, क्योंकि ये झारखंड के लोगों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण त्योहार हैं। उन्होंने कहा, “31 अक्टूबर को दीपावली थी और अब भैया दूज, सोहराय, गोहाल पूजा, बांधना पर्व और चित्रगुप्त पूजा भी निकट हैं। साथ ही, 4 नवंबर से 8 नवंबर तक छठ महापर्व है, जो झारखंड के लिए आस्था का सबसे महत्वपूर्ण पर्व है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन पर्वों में आम लोग और सरकारी कर्मचारी, पुलिस कर्मी घर जाकर परिवार के साथ समय बिताते हैं, और त्योहार मनाते हैं। लेकिन जिला प्रशासन ने चुनाव और प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए छुट्टियां रद्द कर दी हैं, जिससे कर्मियों के त्योहार मनाने में बाधा उत्पन्न हो रही है।

government vacation: बसों और वाहनों की कमी का मुद्दा

government vacation: मुख्यमंत्री ने अपने पोस्ट में यह भी उल्लेख किया कि चुनाव कार्यों के लिए जिला प्रशासन ने बड़ी संख्या में बसें और अन्य वाहन जब्त कर रखे हैं। ऐसे में छठ पर्व के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में जाने वाले लोगों को घर पहुंचने में काफी असुविधा हो सकती है। हेमंत सोरेन ने कहा कि 2 नवंबर से 8 नवंबर तक इन वाहनों को अस्थायी रूप से छोड़ने का आदेश दिया जाना चाहिए ताकि लोग अपने घरों तक बिना किसी बाधा के पहुँच सकें।

government vacation: झारखंड में पर्वों का महत्व

झारखंड के लोग छठ महापर्व को विशेष रूप से मनाते हैं, और यह पर्व राज्य में एक विशेष स्थान रखता है। लोग इस पर्व के दौरान अपने गांव जाते हैं, और कई सरकारी कर्मी और पुलिस बल के सदस्य भी इस दौरान छुट्टी लेकर घर लौटते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे त्योहारों के समय पर छुट्टी रद्द करना न केवल कर्मियों के साथ अन्याय है, बल्कि यह उनकी धार्मिक आस्था को भी प्रभावित करता है। सोहराय, गोहाल पूजा, बांधना पर्व जैसे अन्य पर्व भी इसी अवधि में आते हैं, जिनके प्रति राज्य के लोगों की गहरी आस्था है।

प्रधानमंत्री के दौरे से जुड़ी सुरक्षा व्यवस्था और चुनावी तैयारियां

government vacation: प्रधानमंत्री मोदी के दौरे को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने विशेष तैयारी की है। हालांकि, इस तैयारी का असर कर्मियों की छुट्टियों पर पड़ा है। प्रधानमंत्री के दौरे के साथ-साथ झारखंड में चुनावी तैयारियाँ भी चल रही हैं, जिससे जिला प्रशासन को सुरक्षा और अन्य कार्यों में कर्मियों की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस मुद्दे पर संतुलन बनाने की अपील की है, ताकि कर्मियों को धार्मिक त्यौहार मनाने में कोई कठिनाई न हो।

government vacation: मुख्यमंत्री का चुनाव आयोग से अनुरोध

मुख्यमंत्री सोरेन ने चुनाव आयोग से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि ऐसे महत्वपूर्ण त्यौहार के दौरान कर्मियों की छुट्टियाँ न रद्द की जाएं। उन्होंने आयोग से स्पष्ट निर्देश देने की माँग की कि छुट्टियों का सम्मान किया जाए और पर्वों के दौरान प्रशासनिक कार्यों में संतुलन बनाए रखा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग और जिला प्रशासन को यह ध्यान रखना चाहिए कि कर्मियों को अपने परिवार के साथ त्यौहार मनाने का अवसर मिले।

कर्मियों के लिए छुट्टियाँ क्यों महत्वपूर्ण?

government vacation: दीपावली, भैया दूज, सोहराय और छठ जैसे पर्व झारखंड के लोगों के जीवन का अहम हिस्सा हैं। मुख्यमंत्री का मानना है कि ऐसे अवसर पर छुट्टी के बिना कर्मियों का त्यौहार अधूरा रह जाता है। ये पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक हैं, बल्कि ये पारिवारिक सामंजस्य और सांस्कृतिक पहचान को भी मजबूती देते हैं। चुनाव और प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर छुट्टियाँ रद्द करना राज्य के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकता है।

जनता की प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री की अपील पर राज्य के लोगों ने समर्थन जताया है। सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों पर लोगों ने अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं और कहा कि त्योहारों के समय छुट्टियों को रोकना उनके त्योहारों को प्रभावित करता है। कई लोगों का मानना है कि प्रशासन को चुनाव और दौरे की तैयारियों के लिए संतुलित योजना बनानी चाहिए, ताकि किसी भी कर्मचारी को त्यौहार के समय किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।

government vacation: निष्कर्ष

government vacation: government vacation: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा किया गया यह अनुरोध कर्मियों के धार्मिक अधिकारों और पर्वों की महत्ता को दर्शाता है। प्रधानमंत्री का दौरा और चुनावी तैयारियां दोनों ही महत्वपूर्ण हैं, लेकिन इनकी वजह से कर्मियों की छुट्टियाँ रद्द करना उनकी व्यक्तिगत और पारिवारिक योजनाओं को प्रभावित करता है। मुख्यमंत्री का यह आग्रह दर्शाता है कि प्रशासनिक कार्यों में संतुलन बनाकर राज्य के लोगों के धार्मिक और सांस्कृतिक भावनाओं का सम्मान किया जा सकता है। चुनाव आयोग और जिला प्रशासन पर यह जिम्मेदारी है कि वे इस दिशा में ठोस कदम उठाएं ताकि कर्मी अपने परिवार के साथ मिलकर इन पर्वों का आनंद ले सकें।

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