एक-एक कर ऑटो से निकले तीन बच्चे, लांग लाइन में लग गए, गुमला की जांच टीम भी रह गई डांग
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गुमला प्रशासन द्वारा इस विशेष अभियान का आयोजन किया गया है जिसमें एक अनोखा उद्देश्य दर्शकों को मिल रहा है- दंड के साथ जागरूकता। डीटीओ के निर्देश- निर्देशित ग्राहक, ऑटोमोबाइल के बीच बिना लाइसेंस या अवैध लाइसेंस के कागजात को न केवल डाउनलोड किया जा रहा है, बल्कि उनका विशेष विवरण भी जारी किया जा रहा है।
गुमला: झारखंड के गुमला जिले में बहुत हुई सड़कों पर रोक के लिए जिला परिवहन विभाग पूरे जिले में ऑटोमोबाइल जांच अभियान चला रहा है। जिला प्रशासन के लिए बहुल हुई सड़क पर अलगाववादी रुख अब फुल एक्शन मूड में नजर आ रहा है। ट्रांसपोर्ट जिला रजिस्ट्रार (डीटीओ) ज्ञान शंकर रसेल ने जिलेवासियों को एक कड़वी संदेश दिया है जिसमें लोगों को आगाह किया गया है कि दिसंबर का सीमेंट के आवेदन से बेहद चौंकाने वाली बात है। इस माह में दुर्घटनाएं अधिक होती हैं ऐसे में पुराने के प्रति चतुर्थांश की स्थिति हो सकती है। ट्रांसपोर्ट जिला ऑटोमोबाइल (डीटीओ) ज्ञान शंकर घटकों के नेतृत्व में नागफेनी के पास ऑटोमोबाइल जांच अभियान चलाया गया। इस दौरान सिक्योरिटी सिक्योरिटीज के धज्जियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई, जिससे वाहनों के कागजात के बीच में हड़कंप मच गया।
एक ऑटो में 29 बच्चे
जांच के दौरान उस वक्त की टीम ने जब एक ऑटो में क्षमता से कहीं अधिक, कुल 29 डिजिटल बच्चों को थून्स-थून्स से काम पर लगाया गया था। डीटीओ ने इसे बच्चों की जान के साथ गंभीर टिप्पणियों वाले ऑटो को जब्त करने का निर्देश दिया। इस मामले में संबंधित चालक और मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है। विभिन्न उल्लंघनों को लेकर कुल 50 से अधिक लोगों पर कार्रवाई की गई, जिससे लगभग ₹1,16,000 का राजस्व प्राप्त हुआ।
बुनियादी को जरूरी नहीं बल्कि बुनियादी लोग हैं
डीटीओ ज्ञान शंकर मिशेल ने कहा कि दिसंबर दुर्घटना का महीना है। विद्यार्थियों को पढ़ाई में शामिल होना दुर्घटना का सबसे बड़ा कारण हैं। दुर्घटना का उल्लंघन और दुर्घटना दोनों एक ही सिक्के के दो सिद्धांत हैं। आप तभी तक सुरक्षित रहेंगे जब तक आप किरायेदार और नियंत्रित निबंधन नियमों के साथ गाड़ी नहीं चलाएंगे। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि नोटबंदी के बढ़ते ग्राफ़ का सीधा संबंध उस लक्ष्य से है, जिसमें सुरक्षा मानकों को अनिवार्य नहीं है और न ही संगठनात्मक वर्गीकरण हैं।
प्रमुख कथन नहीं, लोगों की सोच लक्ष्य है
गुमला प्रशासन द्वारा इस विशेष अभियान में एक अनोखा प्रयोग देखने को मिल रहा है। लोगों को दंड के विशेषज्ञों के साथ भी किया जा रहा है। डीटीओ के निर्देश- निर्देशित ग्राहक, ऑटोमोबाइल्स के द्वारा बिना लाइसेंस या अवैध लाइसेंस के जारी किए गए दस्तावेजों को न केवल डाउनलोड किया जा रहा है, बल्कि उनका विशेष विवरण भी जारी किया जा रहा है। प्रशासन का मुख्य उद्देश्य प्रशासन के व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन लाना है ताकि वे स्वयं की सुरक्षा के प्रति सजग रहें।
मृत्यु दर 70-80% तक कम हो सकती है
टीम ने आंकड़ों के जरिए बताया कि आईएसआई मार्क वाले इब्राहिम का इस्तेमाल और सीट बेल्ट के इस्तेमाल से सड़क पर चलने वाली बाइक को काफी देर तक देखा जा सकता है। अभी चल रहे जांच अभियान में स्कूल बस से लेकर ट्रक, ऑटो, टुटुक और मोटरसाइकिल सहित सभी तरह के सामान पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इस दौरान बिना लाइसेंस वाहन चलाने के वैधानिक और खतरों के बारे में लोगों को बताया जा रहा है। अभियान के अंत में पत्रकारों को शपथ दिलाई गई और घर-घर जागरूकता फैलाई गई। कोल्हू का महत्वपूर्ण उदाहरण बताते हुए लोगों को बताया गया कि दुर्घटना में सिर पर चोट लगने वाली चोट का इलाज आसान नहीं होता है इसलिए वेल्यू को भार नहीं बल्कि अपनी सुरक्षा लेनी होती है। सुरक्षित रेलवे और पहुंच का भी संदेश दिया गया।
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जी न्यूज, इंडिया डॉट कॉम, लोकमत, इंडिया हेड, न्यूज बाइट्स के बाद अब न्यूज 18 के हाइपरलोकल वर्जन लोकल 18 पर काम कर रहा हूं। टेक, ऑटो, स्वास्थ्य और जीवन शैलियों के अलावा विभिन्न कैटलॉग में सामान्य खबरें बीट…और पढ़ें
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