jharkhand news : IT ने छापेमारी कर दो करोड़ से अधिक नकदी बरामद
jharkhand news IT : पिछले दिनों आईटी ने बेरमो के कांग्रेस विधायक अनूप सिंह उर्फ जयमंगल सिंह और पोड़ैयाहाट के विधायक प्रदीप यादव, आयरन ओर व्यवसायी राजकुमार शाह, कोयला व्यवसायी अजय सिंह सहित कई कारोबारियों के खिलाफ छापेमारी कर आयकर विभाग ने 100 करोड़ रुपये से अधिक के बेहिसाब लेनदेन / निवेश का पता लगाया है। तलाशी के दौरान दो करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित नकदी बरामद हुई है। कुल 16 बैंक लॉकरों पर रोक लगा दी गई है। मालूम हो कि मामले में रांची, गोड्डा, बेरमो, दुमका, जमशेदपुर, चाईबासा, पटना, गुरुग्राम और कोलकाता सहित 50 से अधिक स्थानों पर आयकर विभाग द्वारा तलाशी ली गई थी।यह छापेमारी कोल ट्रेडिंग / ट्रांसपोर्टेशन, सिविल कांट्रेक्ट, लौह अयस्क खनन, स्पंज आयरन के उत्पादन में हिसाब-किताब की हेराफेरी से जुड़ी थी। आयकर विभाग ने मंगलवार को कहा कि तलाशी अभियान में बड़ी संख्या में आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य जब्त किए गए हैं। इन साक्ष्यों के प्रारंभिक विश्लेषण से संकेत मिलता है कि इन समूहों ने कर चोरी के विभिन्न तरीकों का सहारा लिया है जिसमें खर्चों की मुद्रास्फीति, नकद में ऋण का लेनदेन, नकद में भुगतान / प्राप्तियां और उत्पादन का दमन शामिल है। तलाशी के दौरान यह भी पता चला है कि अचल संपत्तियों में निवेश किया गया है, जिसके स्रोत का पूरी तरह से खुलासा नहीं किया जा सका है।
jharkhand news IT: तलाशी अभियान से यह भी पता चला कि सिविल ठेके में लगे समूहों में से एक नियमित खातों का रखरखाव नहीं कर रहा था। समूह वर्ष के अंत में एकमुश्त कच्चे माल/उप-अनुबंध व्यय की खरीद के गैर-वास्तविक लेनदेन में प्रवेश करके अपने खर्चों को बढ़ा रहा है। जब्त किए गए साक्ष्य यह भी बताते हैं कि अनुबंधों को सुरक्षित करने के लिए नकद में अनुचित भुगतान किया गया है। कोयला व्यापार/लौह अयस्क की निकासी आदि में लगे दूसरे समूह के मामले में, भारी मूल्य के लौह अयस्क का बेहिसाब स्टॉक पाया गया है, जिसकी मात्रा अभी निर्धारित नहीं की गई है। उक्त समूह ने मुखौटा कंपनियों के माध्यम से लेन-देन की परतें बिछाकर अपने बेहिसाब धन को असुरक्षित ऋण और शेयर पूंजी के रूप में पेश किया है। इस समूह से जुड़े पेशेवरों ने स्वीकार किया है कि उन्होंने किसी भी सहायक दस्तावेज का सत्यापन नहीं किया था और बिना उचित परिश्रम के समूह के लेखाकार द्वारा तैयार की गई ऑडिट रिपोर्ट पर हस्ताक्षर किए थे।
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