Bypass Road: रांची में रेलवे की कार्रवाई, 200 परिवार बेघर

Bypass Road
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Bypass Road पर रविवार को रेलवे ने जिला प्रशासन के सहयोग से बड़ी कार्रवाई करते हुए अपनी जमीन से अतिक्रमण हटाया। इस दौरान 75 से अधिक अवैध घरों को तोड़ा गया। कार्रवाई का असर 200 परिवारों पर पड़ा, जिनके आशियाने उजड़ गए। इससे पहले शनिवार को भी प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया था, जिसमें 117 अवैध झोपड़ियां और दुकानों को गिरा दिया गया।


Bypass Road पर अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया

मैंने देखा कि यह कार्रवाई प्रशासन और रेलवे द्वारा योजनाबद्ध तरीके से की गई।

  1. शनिवार को शुरुआत:
    • 117 अवैध निर्माण गिराए गए।
    • मुख्य रूप से झोपड़ियां और दुकानें तोड़ी गईं।
  2. रविवार को दूसरा दिन:
    • 75 घर तोड़े गए।
    • कुल 200 परिवार प्रभावित हुए।

रेलवे ने एक महीने पहले ही अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किया था। शुक्रवार शाम को जिला प्रशासन ने औपचारिक घोषणा कर दी थी कि Bypass Road पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू होगी।


अतिक्रमण हटाने से प्रभावित लोग

मैंने यह महसूस किया कि जिन लोगों के घर उजड़ गए, उनके लिए यह एक बड़ा झटका था।

  • 20 साल से अधिक समय से रह रहे लोग अपने आशियाने को उजड़ते देख भावुक हो गए।
  • उनका सामान सड़कों पर बिखरा पड़ा था।
  • कुछ लोग नये घर की तलाश में निकल पड़े, जबकि अन्य सड़क किनारे बैठकर चिंतित नजर आए।

“अब हमारे पास सिर छुपाने की भी जगह नहीं है,” एक पीड़ित ने कहा।

पीड़ित परिवारों की समस्याएं:

  • रेंट पर घर नहीं मिल पा रहा है।
  • रोड पर रहने को मजबूर हैं।
  • सरकार से मदद की अपील कर रहे हैं।

Bypass Road पर रेलवे की योजना

रेलवे की इस कार्रवाई का उद्देश्य सिर्फ अतिक्रमण हटाना नहीं था, बल्कि यह भूमि महत्वपूर्ण निर्माण कार्यों के लिए आवश्यक है।

  1. नया ओवरब्रिज:
    • बिरसा चौक पर पुराने ओवरब्रिज को तोड़ा जाएगा।
    • नया ब्रिज 15 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा।
    • इसे दो साल में पूरा करने का लक्ष्य है।
  2. नई रेलवे लाइन:
    • दो अतिरिक्त रेलवे लाइनों को यार्ड से जोड़ा जाएगा।

“Bypass Road पर जाम की समस्या दूर करने के लिए यह ब्रिज आवश्यक है,” रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर प्रफुल बड़ा ने बताया।


Bypass Road पर अतिक्रमण क्यों हटाया गया?

मैंने महसूस किया कि Bypass Road पर अतिक्रमण हटाने का मुख्य कारण रेलवे के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स थे।

  • पुराने ब्रिज की समस्या:
    • यह ब्रिज संकीर्ण है।
    • जाम की स्थिति बनी रहती है।
  • नई रेलवे लाइन का महत्व:
    • नई लाइन यार्ड से जुड़ने पर आवागमन बेहतर होगा।

अतिक्रमण हटाने का प्रभाव

मैंने देखा कि Bypass Road पर अतिक्रमण हटाने से कई स्तरों पर असर पड़ा।

  1. स्थानीय निवासियों पर प्रभाव:
    • 200 परिवार बेघर हो गए।
    • उनके जीवन में अस्थिरता आ गई।
  2. यातायात पर प्रभाव:
    • रोड जाम की स्थिति बनी रही।
    • आने-जाने में लोगों को परेशानी हुई।
  3. भविष्य की योजना पर असर:
    • निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा।
    • लंबे समय में यातायात व्यवस्था सुधरेगी।

Bypass Road का भविष्य

मैं मानता हूं कि यह कार्रवाई भविष्य के लिए आवश्यक थी।

  • नए ओवरब्रिज और रेलवे लाइन से यातायात व्यवस्था में सुधार होगा।
  • यह क्षेत्र जाम मुक्त होगा।
  • लंबी अवधि में स्थानीय लोगों को फायदा होगा।

“आज की परेशानी कल की सुविधा में बदलेगी,” ऐसा मैं सोचता हूं।


निष्कर्ष

Bypass Road पर अतिक्रमण हटाना जरूरी था ताकि विकास कार्य सुचारू रूप से हो सके। हालांकि, यह 200 परिवारों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया। प्रशासन को चाहिए कि वे बेघर परिवारों की समस्या का समाधान करें।

“जहां विकास होगा, वहां बदलाव भी आएगा।”


FAQs in Hindi

प्रश्न 1: रेलवे ने Bypass Road पर अतिक्रमण क्यों हटाया?
उत्तर: रेलवे को ओवरब्रिज और नई रेलवे लाइन के निर्माण के लिए जमीन की जरूरत थी।

प्रश्न 2: इस कार्रवाई से कितने परिवार प्रभावित हुए?
उत्तर: इस कार्रवाई से कुल 200 परिवार बेघर हो गए।

प्रश्न 3: नया ओवरब्रिज कब तक तैयार होगा?
उत्तर: नए ओवरब्रिज को दो साल में पूरा करने का लक्ष्य है।

प्रश्न 4: नया ओवरब्रिज कितने रुपये की लागत से बनेगा?
उत्तर: नया ब्रिज 15 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा।

प्रश्न 5: क्या अतिक्रमणकारियों को पहले से नोटिस दिया गया था?
उत्तर: हां, रेलवे ने एक महीने पहले अतिक्रमणकारियों को नोटिस दिया था।

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