Champai Soren: हाल ही में हुई मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद, झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने एक बार फिर अपनी ज़ोरदार सोच और कार्रवाई के लिए प्रस्तुत हुए हैं। उन्होंने देशभर में चर्चा में बने हुए हेमंत सोरेन के कार्यों पर विचार किए और उनके बड़े पैम्प्लेट को लेकर बोले, “हेमंत ने जो दीया जलाया है, हम उसे बुझने नहीं देंगे।” मुख्यमंत्री ने राज्य की बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का करेंगे ऐलान।
Champai Soren: बचपन से लेकर झारखंड आंदोलन तक का जिक्र
मुख्यमंत्री ने बचपन से लेकर अपने भूमिकानुसार किए गए कदमों को बताया और उन्होंने अपने पूरे जीवन को झारखंड के विकास और सामाजिक समरसता के लिए समर्पित किया है। वह झारखंडी सोच की बात करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के प्रमुख हेमंत सोरेन के नेतृत्व के खिलाफ उठाए गए सवालों पर प्रतिसाद दिया।
Champai Soren: विकास के योजनाओं पर बल
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने हेमंत सोरेन के द्वारा शुरू किए गए विकास के कार्यों को बढ़ावा दिया और उनके विचारों को आगे बढ़ाने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ने जो सोचा, उसी को आगे बढ़ाना है और वह राज्य को उसके विकास के मार्ग पर बनाए रखना चाहते हैं।
शिक्षा और सामाजिक व्यवस्था पर फोकस
Champai Soren: मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में शिक्षा और सामाजिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए उनका विशेष ध्यान रहेगा। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में मॉडल स्कूल बनाने और आदिवासी, दलित, पिछड़े वर्गों को विदेश में पढ़ाई के लिए सहायता प्रदान करने की योजना बताई।
बजट में नए योजनाओं का पेश
बजट लाने की जवाबदेही पर बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हेमंत सोरेन द्वारा प्रारंभ किए गए विकास कार्यों को और बढ़ावा देने के लिए वह बजट में नई योजनाओं को पेश करेंगे। उन्होंने बताया कि झारखंड को उनके विचारों के साथ आगे बढ़ाने के लिए उनकी सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
खनन और भूमि विवादों पर चर्चा
Champai Soren: इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने खनन और भूमि संबंधित विवादों पर भी बातचीत की। उन्होंने यहां के आदिवासी-मूलवासी, दलित, किसान और जनता की सुरक्षा के लिए कठिन कदम उठाने का आलान किया। इसके साथ ही, उन्होंने भूमि विवादों में जमीन का वापसी करने की योजना बताई और स्थानीय लोगों को उनकी जमीन पर सुरक्षित रहने की भी जमीन दी।
Champai Soren: समर्थन और सामरिकता
Champai Soren: उन्होंने अपने विकास के कार्यों को समर्थन और सामरिकता की दृष्टि से बढ़ावा देने का ऐलान किया है और झारखंड को एक सशक्त, समृद्ध और सामाजिक रूप से समर्थित राज्य बनाने के लिए उनकी पूरी कठिनाईयों का सामना करने का दृढ़ संकल्प किया है।
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