Chittaranjan Rail: शनिवार को चित्तरंजन रेलइंजन कारखाने (चित्तरंजन रेल कारखाना) में एक बड़ा हादसा हो गया। कारखाने के अंदर ईआरएस शॉप में रखे हाईटेंशन ट्रांसफार्मर का तेल बदलने के दौरान अचानक ब्लास्ट हो गया। इस दुर्घटना के दौरान ट्रांसफार्मर से निकला गर्म तेल पांच कर्मियों पर गिर गया, जिससे वे गंभीर रूप से झुलस गए। घायलों में तीन चिरेका कर्मी और दो ठेका कर्मी शामिल हैं।
Chittaranjan Rail: घायलों की पहचान
इस हादसे में झुलसे तीन चिरेका कर्मियों के नाम असीम सिन्हा, चिन्मय कैंटी, और तापस टिकेदार हैं। वहीं, ठेका कर्मियों में कुल्टी के नंद किशोर रजक और रासबिहारी कर्मकार शामिल हैं। घटना के तुरंत बाद सभी घायलों को चिरेका के कस्तूरबा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया। एसएसई असीम सिन्हा की हालत गंभीर बताई जा रही है।
महाप्रबंधक की त्वरित प्रतिक्रिया
Chittaranjan Rail: घटना की सूचना मिलते ही चिरेका के महाप्रबंधक हितेंद्र मल्होत्रा तुरंत कस्तूरबा गांधी अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल जाना। उन्होंने कहा, “हमारी पहली प्राथमिकता यह है कि सभी घायलों को बेहतर इलाज मिले। जितना हमारे अस्पताल में प्राथमिक उपचार हो सकेगा, वह करेंगे। जरूरत पड़ने पर मिशन अस्पताल दुर्गापुर में इनका इलाज कराया जाएगा।”
Chittaranjan Rail: हादसे की जांच और सुरक्षा उपाय
इस हादसे के कारणों की जांच के लिए मुख्य विद्युत अभियंता घटनास्थल पर पहुंचे। महाप्रबंधक ने बताया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित कार्यवाही की जा रही है। एनएफआईआर नेता इंद्रजीत सिंह ने इस घटना पर चिंता जताते हुए कहा, “प्रोडक्शन टारगेट को पूरा करने के लिए सुरक्षा मानकों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है, इसलिए ऐसी दुर्घटनाएं हो रही हैं। इस वजह से हमारे कर्मियों के जान पर बन आई है।”
सुरक्षा मानकों की अनदेखी
Chittaranjan Rail: चित्तरंजन रेल कारखाने में हो रही इस तरह की दुर्घटनाओं का मुख्य कारण सुरक्षा मानकों की अनदेखी बताया जा रहा है। उत्पादन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए कर्मियों की सुरक्षा से समझौता किया जा रहा है, जिससे गंभीर हादसे हो रहे हैं। इंद्रजीत सिंह ने बताया कि अगर सुरक्षा मानकों का पालन सही तरीके से किया जाता, तो इस तरह की दुर्घटनाएं नहीं होतीं।
Chittaranjan Rail: कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना आवश्यक
इस घटना से स्पष्ट है कि रेल कारखाने में कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है। प्रबंधन को चाहिए कि वे सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन करें और कर्मियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें। इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए नियमित निरीक्षण और सुरक्षा प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की जानी चाहिए।
हादसे से सबक और आगे की कार्रवाई
Chittaranjan Rail: चित्तरंजन रेल कारखाने में हुए इस हादसे से एक महत्वपूर्ण सबक मिलता है कि सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही गंभीर परिणाम ला सकती है। प्रबंधन को चाहिए कि वे इस घटना से सबक लेकर सुरक्षा उपायों को और सख्त बनाएं और कर्मियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें।
Chittaranjan Rail: निष्कर्ष
Chittaranjan Rail: चित्तरंजन रेल कारखाने में हुए इस हादसे ने एक बार फिर यह दिखाया है कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी कितनी घातक हो सकती है। प्रबंधन को इस घटना से सबक लेकर सुरक्षा उपायों को और सख्त बनाना होगा और कर्मियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी। इससे न केवल कर्मियों का मनोबल बढ़ेगा बल्कि उत्पादन में भी सुधार होगा।
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