cyber crime: रांची, 6 जनवरी 2024 : देश भर में राम मंदिर के निर्माण का कार्य चल रहा है। इस दौरान साइबर अपराधियों ने राम मंदिर के नाम पर ठगी का नया तरीका खोज लिया है। साइबर अपराधी लोगों से फोन पर या सोशल मीडिया पर चंदा मांग रहे हैं। वे लोगों को क्यूआर कोड भेजकर भी ठगने का प्रयास कर रहे हैं।
cyber crime: साइबर अपराधियों का तरीका
साइबर अपराधी लोगों को फोन करके खुद को राम मंदिर समिति का प्रतिनिधि बताते हैं। वे लोगों से मंदिर के निर्माण के लिए चंदा मांगते हैं। इसके लिए वे क्यूआर कोड भी भेजते हैं। क्यूआर कोड स्कैन करने पर लोगों का पैसा साइबर अपराधियों के खाते में चला जाता है।
सोशल मीडिया पर भी हो रहा ठगी का प्रयास
cyber crime: साइबर अपराधी सोशल मीडिया पर भी राम मंदिर के नाम पर ठगी का प्रयास कर रहे हैं। वे फेसबुक और इंस्टाग्राम पर राम मंदिर समिति और अन्य फर्जी नाम से पेज बनाते हैं। इन पेज पर वे मंदिर की फोटो और जानकारी पोस्ट करते हैं। साथ ही, चंदा देने के लिए क्यूआर कोड भी पोस्ट करते हैं। कुछ साइबर अपराधी लोगों को मैसेंजर पर पर्सनल मैसेज कर भी ठगी का प्रयास करते हैं।
ठगी से बचने के लिए बरतें सावधानी
cyber crime: राम मंदिर के नाम पर साइबर अपराधियों की ओर से हो रही ठगी से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतें।
- किसी भी अनजान व्यक्ति से फोन पर चंदा न दें।
- राम मंदिर समिति द्वारा चंदा मांगने के लिए कोई क्यूआर कोड जारी नहीं किया गया है। इसलिए, किसी भी क्यूआर कोड को स्कैन न करें।
- राम मंदिर के नाम पर कोई भी चंदा देने से पहले राम मंदिर ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जानकारी प्राप्त करें।
- सोशल मीडिया पर राम मंदिर के नाम पर चंदा मांगने वाले किसी भी पेज को फॉलो न करें।
cyber crime: साइबर अपराधियों के खिलाफ शिकायत करें
अगर आप किसी साइबर अपराधी द्वारा ठगे जाते हैं, तो तुरंत पुलिस में शिकायत करें। पुलिस साइबर अपराधियों को पकड़कर सजा दिलाने में आपकी मदद कर सकती है।
cyber crime: अन्य जानकारी
- साइबर अपराधियों द्वारा राम मंदिर के नाम पर ठगी का प्रयास देश भर में हो रहा है।
- साइबर अपराधियों द्वारा ठगी से बचने के लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।
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