g-20 summit: सीएम हेमंत सोरेन G20India2023 में शामिल हुए, ED की समन पर नहीं हुए हाजिर
g-20 summit: जी-20 शिखर सम्मेलन का आज रविवार (10 सितंबर) को दूसरा दिन और आखिरी दिन है। इससे पहले शनिवार शाम झारखण्ड सीएम हेमंत सोरेन राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा आयोजित G20India2023 आधिकारिक रात्रिभोज में शामिल हुए । इस अवसर पर केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों से उन्होंने मुलाक़ात की और तस्वीरें खिंचवाई।सीएम ने 9 सितंबर को एक्स (ट्वीटर ) पर G20India समिट की तस्वीरें शेयर कर लिखा ”आज शाम मुझे माननीय @rashtrapatibhvn अध्यक्ष श्रीमती द्रौपदी मुर्मू’जी द्वारा आयोजित #G20India2023 आधिकारिक रात्रिभोज में शामिल होने का सौभाग्य मिला। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों से मिलने का अवसर भी मिला।”सीएम ने आज (10 सितंबर) एक और तस्वीर शेयर की जिसमें वे भारत के पीएम मोदी , राष्ट्रपति मुर्मू , बिहार सीएम नितीश और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ नजर आ रहे। तस्वीर शेयर कर सीएम ने लिखा ”कल #G20India समिट के दौरान”।
ईडी ने नौ सितंबर को रांची स्थित अपने क्षेत्रीय कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा था
g-20 summit: झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो शिबू सोरेन व झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित रात्रिभोज में शामिल होने के लिए रवाना हो गए हैं । ईडी ने नौ सितंबर को रांची स्थित अपने क्षेत्रीय कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा था। लेकिन लैंड स्कैम मामले को लेकर सीएम हेमंत सोरेन आज ED की ओर से जारी तीसरे समन पर भी ईडी कार्यालय पेश नहीं हुए। सीएम हेमंत सोरेन ने मैसेंजर के जरिये जाँच एजेंसी को बंद लिफाफे में संदेश भेजा है। सूत्रों कि मानें तो सीएम सचिवालय की ओर से बंद लिफाफे वाली एक चिट्ठी लिए एक कर्मी ईडी दफ्तर पहुंचा है जिसमें सीएम ने जवाब देने के लिए समय की मांग की है। मालूम हो कि ED के समन के खिलाफ मुख्यमंत्री ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।
14 अगस्त को रांची में एजेंसी के कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया था
g-20 summit: गौरतलब है कि जमीन घोटाला मामले में ईडी की जांच के दायरे में आए मुख्यमंत्री को धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत अपना बयान दर्ज कराने के लिए 14 अगस्त को रांची में एजेंसी के कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया था । जिसके बाद एक पत्र ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर को भेज सीएम ने ईडी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कानून की शरण में जाने की बात कही थी। इसके बाद ईडी द्वारा 24 अगस्त को सीएम को आने को कहा गया था लेकिन सीएम पेश नहीं हुए। मामले को लेकर सीएम ने ईडी के समन को सुप्रीम कोर्ट चुनौती दिया था। ईडी ने भी समन की अनदेखी करने के लिए सोरेन के खिलाफ शीर्ष अदालत का रुख किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईडी ने सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दाखिल की है। हालांकि, अभी सुनवाई की तारीख तय नहीं हुई है। सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट में जो याचिका दायर की है, उसमें उन्होंने न्याय एवं कानून मंत्रालय और ईडी निदेशालय को प्रतिवादी बनाया है।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा तीसरी बार बुलाने पर भी पूछताछ के लिए हाजिर नहीं होंगे। सीएम ने ED के नोटिस का जवाब देते हुए कहा है कि वे G-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रहे हैं, और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) द्वारा आयोजित रात्रिभोज में शामिल होंगे। इस पर अब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने निशाना साधा है।
‘सीएम खुद कह रहे हैं कि वो जेल जाने वाले हैं’
g-20 summit: भाजपा नेता ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए कहा, ‘हेमंत सोरेन को देर से ही सही, लेकिन अब समझ में आ गया है कि गरीब आदिवासियों की जमीन हड़पने के जुर्म में अब उनका जेल जाना तय है। इसलिए डर के मारे ED के बुलावे पर नहीं जा रहे, न्यायालय से जेल जाने से बचाने की विनती कर रहे हैं। अब तो अपने भाषणों में भी लोगों के सामने कबूल कर रहे हैं कि वे जेल जाने वाले हैं। गलत करने वाले को पता होता है कि उसका अपराध कितना गंभीर है और उसको उसके किये की सजा देर-सबेर मिलनी ही है।’
‘गलती कबूल करके वादा माफ गवाह बन जाइए’
g-20 summit: अपनी पोस्ट के जरिए बाबूलाल मरांडी ने झारखंड के मुख्यमंत्री को सलाह भी दे डाली है। उन्होंने लिखा, ‘आपको विपक्ष या कोई और जेल क्यों और काहे भेजेगा? आप जेल जायेंगे अपने किए कर्म के कारण। अपने गलत कार्यों का फल भोगने के लिए, खुद के किए पापों का प्रायश्चित करने के लिए ही आपको सजा मिलेगी। क्योंकि भगवान और न्याय के घर देर जरूर है अंधेर नहीं। बहुत हो गया। अब देर मत कीजिए। बेहतर होगा ED के सामने जाईए, अपनी गलती कबूल कर सबकुछ सच-सच बता दीजिए और वादा माफ गवाह बनने की गुहार लगाईए। हो सकता है कुछ राहत मिल जाय? आगे आपकी मर्जी।
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