Guillain Barre Syndrome: झारखंड सरकार की नई पहल

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मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ Guillain Barre Syndrome बीमारी की रोकथाम के लिए तैयारियों की समीक्षा की। सरकार ने इस बीमारी से निपटने के लिए कई अहम फैसले लिए हैं।


Guillain Barre Syndrome: सरकार की तैयारियां

मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को Guillain Barre Syndrome से ग्रस्त मरीजों की पहचान करने और उनके इलाज के लिए विशेष प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में बैठक में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, रिम्स निदेशक और जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद थे।

मुख्य बिंदु:

  • Guillain Barre Syndrome से घबराने की जरूरत नहीं है।
  • लोगों में जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।
  • राज्य के अस्पतालों में बेड, दवा और ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था होगी।
  • संक्रमित मरीजों की पहचान कर विशेष इलाज की सुविधा दी जाएगी।

Guillain Barre Syndrome: संक्रमण से कैसे बचें?

Guillain Barre Syndrome एक दुर्लभ न्यूरोलॉजिकल बीमारी है, जो शरीर की इम्यून सिस्टम को प्रभावित करती है। यह बीमारी आमतौर पर दूषित पानी और अस्वच्छ भोजन से फैलती है।

बचाव के तरीके:

  1. स्वच्छ पानी पीना और हाइजीन का ध्यान रखना।
  2. कच्चा या अधपका भोजन न करें
  3. संदिग्ध लक्षण होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
  4. सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस का पालन करें

Guillain Barre Syndrome: सरकार का एक्शन प्लान

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि Guillain Barre Syndrome के मामलों की जानकारी एकत्रित कर प्रभावित क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाया जाए।

  • सभी जिलों के उपायुक्त और सिविल सर्जन को सतर्क रहने के निर्देश।
  • रिम्स में विशेष वार्ड बनाया जाएगा।
  • निःशुल्क टेस्ट सेंटर की स्थापना होगी।
  • अस्पतालों में पर्याप्त दवा और संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।

रिपोर्ट के अनुसार:

  • झारखंड में अब तक Guillain Barre Syndrome के 50 से अधिक संदिग्ध मामले सामने आए हैं।
  • राज्य सरकार हर जिले में जागरूकता अभियान चला रही है।
  • रिम्स के डॉक्टरों ने भी जनता को घबराने से बचने की सलाह दी है।

Guillain Barre Syndrome: झारखंड में नए दिशानिर्देश

मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि Guillain Barre Syndrome के ज्यादा मामले मिलने वाले राज्यों और शहरों से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग की जाए। इसके लिए बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर विशेष इंतजाम किए जाएंगे।

स्वास्थ्य विभाग के निर्देश:

  • जागरूकता अभियान को और तेज किया जाएगा।
  • अस्पतालों में विशेष बेड और दवाइयों का भंडारण किया जाएगा।
  • किसी भी संदिग्ध मरीज को रिम्स रेफर किया जाएगा।
  • एम्बुलेंस और ट्रांसपोर्ट सिस्टम को अलर्ट मोड में रखा जाएगा।

Guillain Barre Syndrome: निष्कर्ष

Guillain Barre Syndrome को लेकर सरकार पूरी तरह से सतर्क है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि “लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि सतर्क रहने की आवश्यकता है।” राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं।


Guillain Barre Syndrome: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

Q1. Guillain Barre Syndrome क्या है?

Ans: यह एक न्यूरोलॉजिकल बीमारी है, जिसमें शरीर की इम्यून सिस्टम नर्वस सिस्टम पर हमला करती है।

Q2. Guillain Barre Syndrome से कैसे बचा जा सकता है?

Ans: स्वच्छ पानी पिएं, हाइजीन का ध्यान रखें और किसी भी संदिग्ध लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

Q3. क्या Guillain Barre Syndrome संक्रामक है?

Ans: नहीं, यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता।

Q4. Guillain Barre Syndrome के लक्षण क्या हैं?

Ans: हाथ-पैर में कमजोरी, झुनझुनी, सांस लेने में कठिनाई आदि।

Q5. झारखंड सरकार इस बीमारी को लेकर क्या कदम उठा रही है?

Ans: सरकार अस्पतालों में बेड, दवाइयां और इलाज की विशेष व्यवस्था कर रही है, साथ ही जागरूकता अभियान भी चला रही है।


नवीनतम अपडेट के लिए झारखंड सरकार की आधिकारिक वेबसाइट या स्वास्थ्य विभाग की घोषणाओं पर नजर रखें।

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