hec ranchi: एचईसी में कर्मियों का बकाया वेतन पर चिंता
hec ranchi: आर्थिक संकट से जूझ रहे एचईसी में सप्लाई और स्थायी कर्मियों का 16 माह और अधिकारियों का 18 माह का वेतन बकाया है। इसके चलते, कार्यरत 1600 से अधिक सप्लाई कर्मियों को एक नई चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
hec ranchi आर्थिक संकट की आँधी:
एचईसी में पिछले पांच माह से कार्यशील पूंजी की कमी के कारण उत्पादन में ठप हो रहा है। इस आर्थिक कमी के माध्यम से प्रबंधन विचार कर रहा है कि सप्लाई कर्मियों को इस अवधि के लिए वेतन नहीं देना चाहिए।
hec ranchi अधिकारियों की मंत्रणा:
एचईसी के निदेशकों ने अधिकारियों से मंत्रणा भी की है और बताया कि वेतन भुगतान का प्रक्रियात्मक सीधा तरीका है, जो सीधे सप्लाई कर्मियों के बैंक खातों में होता है।
संघर्ष समिति का रुख
hec ranchi: इस मुद्दे पर, एचईसी सप्लाई मजदूर संघर्ष समिति के दिलीप सिंह ने बताया कि पहले हड़तालें हो चुकी हैं, लेकिन प्रबंधन ने कभी भी सप्लाई कर्मियों का वेतन काटने का नहीं किया है।
सप्लाई कर्मियों का कड़ा समर्थन:
एचइसी में सप्लाई कर्मियों का वेतन ठेकेदार द्वारा सीधे उनके बैंक खातों में भुगतान किया जाता है, और जब उत्पादन ठप होता है, तो वेतन का भुगतान किस नियम के आधार पर किया जाएगा, यह एक बड़ी सवालचिन्ह है।
समाज के साथ मेलजोल:
आर्थिक अस्तित्व को ध्यान में रखते हुए, सप्लाई कर्मियों की मांग है कि प्रबंधन उत्पादन को त्वरित रूप से चालने के लिए कार्रवाई करें और वेतन का भुगतान शीघ्र करें, ताकि आर्थिक संकट से जूझ रहे सप्लाई कर्मियों को राहत मिले।
संयुक्त प्रयास:
यह आर्थिक चुनौती का सामना करने के लिए सप्लाई कर्मियों और प्रबंधन के बीच संवाद का माध्यम बना सकता है, ताकि समस्या का सटीक समाधान निकाला जा सके।
निष्कर्ष:
hec ranchi: आर्थिक संकट के बावजूद, सप्लाई कर्मियों और प्रबंधन के बीच सहयोग और समझदारी के माध्यम से ही समस्या का समाधान संभव है। एचईसी की बड़ी टीमें इस मुद्दे पर तत्पर हैं, ताकि उत्पादन फिर से शीघ्र बढ़ सके और सप्लाई कर्मियों को उनका बकाया वेतन मिल सके।
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