दो अलग-अलग मामलों में मनी-लांड्रिंग के तहत चल रही जांच में ईडी की पूछताछ में शामिल होने साहिबगंज के उपायुक्त रामनिवास यादव व जामताड़ा से कांग्रेस के विधायक डा. इरफान अंसारी (Irfan Ansari) सोमवार को ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचेंगे।
साहिबगंज के उपायुक्त से संताल के क्षेत्र में 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में पूछताछ होगी। इसके अलावा, डा. इरफान अंसारी (Irfan Ansari) से राज्य में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही महागठबंधन की सरकार गिराने की साजिश रचने के मामले में अब तक सामने आए तथ्यों के आधार पर ईडी जानकारी लेगी।
सरकार गिराने की साजिश रचने के मामले में ही सात फरवरी को खिजरी के विधायक राजेश कच्छप व आठ फरवरी को कोलेबिरा के विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी से ईडी पूछताछ करेगी। पूर्व में तीनों ही विधायकों को ईडी ने 13, 16 व 17 जनवरी को पूछताछ के लिए समन किया था, लेकिन तीनों ही विधायकों ने दो-दो हफ्ते का समय मांग लिया था।
साहिबगंज के उपायुक्त रामनिवास यादव से ईडी ने बीते 23 जनवरी को सात घंटे तक पूछताछ की थी। उनसे संताल के क्षेत्र में 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था। लगभग सभी सवालों के जवाब में डीसी ने ईडी को बताया था कि वे फाइल देखकर ही कुछ बोल पाएंगे। इसके लिए उन्होंने ईडी से वक्त मांगा था।
अब उन्हें छह फरवरी को ईडी के सामने उपस्थित होना है, जिसके लिए उन्हें उसी दिन समन कर दिया गया था। साहिबगंज के उपायुक्त पर आरोप है कि उन्होंने अपने जिला क्षेत्र में अवैध खनन को बढ़ावा दिया और उसे रोकने की कोई कोशिश नहीं की।
उन पर यह भी आरोप है कि साहिबगंज में गंगा नदी पर रात के अंधेरे में अवैध तरीके से स्टोन चिप्स लदे ट्रकों को ले जा रही मालवाहक जहाज के डूबने के मामले में तथ्य से परे रिपोर्ट दी थी। जहाज रात के अंधेरे में डूबी थी, जबकि उपायुक्त की रिपोर्ट में उसे दिन में डूबना बताया गया था। सूर्यास्त के बाद गंगा नदी पर जहाज परिचालन नियमानुसार प्रतिबंधित है।
उपायुक्त की रिपोर्ट पर संताल परगना प्रमंडल के आयुक्त ने आपत्ति जताई तो मुख्यमंत्री के बरहेट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा ने आयुक्त को धमकाया भी था। ईडी ने साहिबगंज के उपायुक्त से यह भी सवाल किया था कि उनकी रिपोर्ट पंकज मिश्रा जैसे निजी व्यक्ति तक कैसे पहुंची, इस पर भी उपायुक्त चुप रहे थे। उन्होंने अवैध खनन रोकने के लिए क्या कदम उठाया, इसकी भी ईडी जानकारी लेगी।
झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही महागठबंधन की सरकार को गिराने की साजिश रचने के मामले में कांग्रेस के तीनों विधायक डा. इरफान अंसारी (Irfan Ansari), राजेश कच्छप व नमन विक्सल कोंगाड़ी के विरुद्ध मनी लांड्रिंग के तहत ईडी जांच कर रही है।
तीनों ही विधायक गत वर्ष 30 जुलाई 2022 को कोलकाता में 49 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किए गए थे। तब यह बात सामने आई थी कि तीनों ही विधायकों ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत विस्वा सरमा के साथ मिलकर सरकार गिराने की साजिश मामले में शामिल हैं।
उनकी गिरफ्तारी के अगले ही दिन रांची के अरगोड़ा थाने में कांग्रेस के ही बेरमो विधानसभा क्षेत्र के विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने जीरो एफआइआर दर्ज कराकर यह सनसनी फैला दी थी कि तीनों ही विधायकों ने सरकार गिराने की साजिश में उन्हें भी दस करोड़ रुपये व मंत्री पद का आफर दिया था।
उन्होंने यह भी बताया था कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत विस्वा सरमा इस पूरे खेल का नेतृत्व कर रहे हैं। हालांकि, आरोपित तीनों ही विधायकों ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया था। सभी जमानत पर जेल से बाहर हैं। इस पूरे प्रकरण में बीते साल 24 दिसंबर को ही ईडी ने कांग्रेसी विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह का बयान ले लिया था। अब तीनों विधायकों से पूछताछ होनी है।
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