jharkhand vaade: गरीब ग्रामीणों के आवास, मजदूरी में लापरवाही
jharkhand vaade: झारखंड में गरीब ग्रामीणों के लिए आवास और मजदूरी में लापरवाही!, पेसा कानून में विघ्न, सरकार की लापरवाही के चलते सालों से आवास नहीं मिला
झारखंड में आवास की बातचीत में कई ग्रामीण अब तक आवास से वंचित हैं
jharkhand vaade: झारखंड सरकार ने गरीब ग्रामीणों के लिए आवास बनाने और मजदूरी में वृद्धि कराने का दावा किया था, लेकिन पेसा कानून में विघ्न और सरकार की लापरवाही के कारण आवास की प्रक्रिया में बीत गया साल, ग्रामीणों को आवास नहीं मिला है।
पंचायती राज विभाग और ग्रामीण विकास विभाग की लापरवाही
jharkhand vaade: ग्रामीण विकास विभाग और पंचायती राज विभाग ने आवास बनाने और पेसा कानून लागू करने के लिए चुनौती दी थी, लेकिन इसके बावजूद एक भी गरीब ग्रामीण को आवास नहीं देने में सक्षम नहीं रहे हैं।
jharkhand vaade: मनरेगा में कर्मियों और मजदूरों का बकाया
jharkhand vaade: मनरेगा में कर्मियों और मजदूरों के बकाया को भी अब तक नहीं दिया जा सका है, जिससे उनका जीवन और भी कठिन हो रहा है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम
पेसा कानून में हुए विघ्न के बावजूद, सरकार को ग्रामीणों को सही समय पर आवास और मजदूरी प्रदान करने का वादा करना चाहिए। भ्रष्टाचार के खिलाफ भी सही कदम उठाना चाहिए ताकि गरीब ग्रामीणों को उनका हक मिल सके।
jharkhand vaade: सड़क निर्माण में बढ़ोतरी
jharkhand vaade: झारखंड में गांवों में पहली बार चौड़ी और बेहतर क्वालिटी की सड़कें बनाई जा रही हैं। ग्रामीण सड़क योजनाओं में 1000 करोड़ और पुल योजनाओं में 585 करोड़ का प्रावधान किया गया है जिससे गांवों में सड़कों की स्थिति में सुधार होगा।
पंचायतों को पूर्ण अधिकार देने की मांग
पंचायतों को पूर्ण अधिकार देने की मांग बढ़ी है, ताकि वह अपनी विकास योजनाओं को सही तरीके से प्रबंधित कर सकें। इसके साथ ही भ्रष्टाचार के खिलाफ भी कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
jharkhand vaade: झारखंड सरकार को ग्रामीण विकास में सुधार करने और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि गरीब ग्रामीणों को उनका हक मिल सके और वे भी समृद्धि की ओर बढ़ सकें।
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