jmm aakrosh diwas: आक्रोश दिवस के रूप में झारखंड मुक्ति मोर्चा का 51वां स्थापना दिवस
गिरिडीह, 4 मार्च: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने गिरिडीह जिले में अपना 51वां स्थापना दिवस आक्रोश दिवस के रूप में मनाने का निश्चित किया है। इस महत्वपूर्ण समारोह में सीएम चंपाई सोरेन और पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी सामील होंगी।
jmm aakrosh diwas: विवाद के बीच
झामुमो गिरिडीह जिला के उत्सव के लिए पूरी तैयारी में है, जहां आक्रोश दिवस के रूप में यह मनाया जाएगा। इसके बावजूद, यह समारोह विवादों और राजनीतिक उत्साह के बीच मनाया जाएगा, जिसमें सीएम चंपाई सोरेन के साथ-साथ पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी शामिल होंगी।
स्थापना दिवस के तैयारी
jmm aakrosh diwas: समारोह की उच्चतम गुणवत्ता और धूमधाम से तैयारी की गई है, जिसमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में होर्डिंग और हरे झंडे से सजा गया है। शहर के प्रमुख मार्गों पर दो दर्जन से अधिक तोरण द्वार बनाए गए हैं, जो समारोह की ऊर्जा को बढ़ाते हैं। गिरिडीह झंडा मैदान में मुख्य समारोह होगा, जिसमें भव्य तैयारी की गई है।
jmm aakrosh diwas: मुख्य अतिथि
आक्रोश दिवस के मुख्य अतिथि में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन होंगे, जो समारोह को रौंगते देने के लिए तैयार हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी इस महत्वपूर्ण घड़ी में मौजूद रहेंगी। इसके अलावा, कई मंत्री, विधायक और पूर्व विधायक भी इस समारोह में शामिल होंगे। झामुमो जिला समिति ने इस तैयारी को संपन्न करने के लिए आखिरी छूट दी है।
न्याय यात्रा
पिछले 15 दिनों से पंचायत स्तर पर निकल रही न्याय यात्रा से इसकी पूर्व तैयारी में वृद्धि हुई है। झामुमो नेताओं का दावा है कि कार्यक्रम में हजारों की संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक उपस्थित होंगे, जो समारोह को एक नई ऊचाई देंगे। कार्यक्रम तीन बजे से शुरू होगा और इसके दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होगा।
jmm aakrosh diwas: पहली बार कल्पना सोरेन का सामील होना
स्थापना दिवस के समारोह में पहली बार पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी, कल्पना सोरेन भी शामिल होंगी। झामुमो जिला समिति उनका भव्य स्वागत करने के लिए तैयार है, और इनके आगमन की प्रतीक्षा में कार्यकर्ता और समर्थकों को निर्देशित किया गया है। श्रीमती कल्पना के संबोधन को सुनने के लिए कार्यकर्ता और समर्थक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
जनमोबल को बनाए रखने का आक्रोश
jmm aakrosh diwas: स्थापना दिवस समारोह में झामुमो नेताओं का कहना है कि इसे आक्रोश दिवस के रूप में मनाने का संकल्प किया गया है और यह जनमोबल को बनाए रखने का एक प्रयास है। झामुमो के कार्यकर्ता और झारखंड की जनता इस बात का मान्यता देती हैं कि हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी ने झारखंडियों और झामुमो के मनोबल को कमजोर नहीं किया है।
jmm aakrosh diwas: भाजपा के षड्यंत्र का पर्दाफाश
गांडेय के पूर्व विधायक डॉ सरफराज अहमद का कहना है कि आक्रोश दिवस के माध्यम से भाजपा के षड्यंत्र का पर्दाफाश किया जाएगा। उनके अनुसार, हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी ने झारखंड की जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं में काफी आक्रोश उत्पन्न किया है, और समारोह के माध्यम से केंद्र सरकार के खिलाफ हुंकार भरा जाएगा।
अवसान
jmm aakrosh diwas: इस प्रमुख समारोह के माध्यम से झामुमो आक्रमक लड़ाई लड़ने का संकल्प लेकर उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ रहा है। भाजपा के खिलाफ उनका आक्रोश और एकजुटता इस समारोह को राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बना रहेगा।
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