Krishna Kumar Manman Mandal हत्या: परिवार ने लगाई न्याय की गुहार

Krishna Kumar Manman Mandal
Share This Post

रांची: हज़ारीबाग जिले के लोहसिंघना थाना क्षेत्र में Krishna Kumar Manman Mandal की हत्या के मामले में पीड़ित परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है। परिजनों ने हजारीबाग पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए इस हत्याकांड की सीबीआई या किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने की मांग की है।

पीड़ित के पिता तीतु मंडल ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि 7 अक्टूबर, 2023 को उनके बेटे Krishna Kumar Manman Mandal की साजिशन हत्या कर दी गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने जानबूझकर मामले को कमजोर करने की कोशिश की है और प्रभावशाली आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है।

परिवार ने उठाए गंभीर सवाल

परिवार ने पुलिस जांच पर कई गंभीर सवाल उठाए। तीतु मंडल ने बताया कि पुलिस ने अपनी जांच के बाद मामले से 11 आरोपियों के नाम हटा दिए हैं, जबकि गहन जांच में इन अपराधियों का नाम अभी भी शामिल है। वहीं दो अन्य आरोपियों के नाम को जोड़ दिया गया है। फिलहाल, पुलिस ने केवल नौ लोगों को ही आरोपी बनाया है।

हत्याकांड में नामजद आरोपी:
कांड संख्या 228/23 के अनुसंधान के बाद Krishna Kumar Manman Mandal हत्याकांड में नौ लोगों को आरोपी के रूप में चिन्हित किया गया है। इनमें चंदन कसेरा, ऋषभ कसेरा, अमित कुमार, दयानंद उपाध्याय, अमर कुमार, रोहित कसेरा, राकेश कुमार, छोटू कुमार उर्फ मिथिलेश कुमार और सूरज कुमार शामिल हैं।

किन आरोपियों पर नहीं हो रही कार्रवाई?

परिवार का सबसे बड़ा आरोप है कि कुछ प्रभावशाली आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। जिन आरोपियों के नाम परिवार ने गिनाए, उनमें शामिल हैं:

  • प्रशांत प्रधान, प्रभात प्रधान, निशिकांत प्रधान, सन्नी प्रधान
  • मनोज कुमार (एएसआई, पुलिस)
  • सागर कुमार
  • संदीप उपाध्याय
  • अभिजीत कुमार
  • योगी कसेरा
  • रिंकू कुमार
  • चंदन पाठक और कुंदन पाठक

परिवार ने बताया कि इन सभी के विरुद्ध अब तक कार्रवाई नहीं की गई है और ना ही उन्हें गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस प्रशासन पर लगे आरोप

तीतु मंडल ने पुलिस प्रशासन के भीतर भी आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि तत्कालीन हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह का कहना था कि डीआईजी हजारीबाग जब तक गिरफ्तार करने का आदेश नहीं देंगे, तब तक गिरफ्तारी नहीं होगी।

इसके अलावा, तत्कालीन डीएसपी हजारीबाग सदर महेश प्रजापति ने 24 जनवरी, 2024 को अपनी सुपरविजन रिपोर्ट में 12 आरोपियों को हटाने का प्रयास किया। उन्होंने एक महत्वपूर्ण बात बताते हुए कहा कि संदीप उपाध्याय की पुलिस डायरी में आरोप की पुष्टि हुई है, फिर भी उसे अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया।

“प्रशांत प्रधान एक बड़ा माफिया”

पीड़ित Krishna Kumar Manman Mandal के पिता ने आरोपी प्रशांत प्रधान पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “प्रशांत प्रधान एक बड़ा भू माफिया, कोल माफिया है और पुलिस प्रशासन से भी उसकी मिलीभगत है।” उनका कहना था कि इसी मिलीभगत के कारण सही से न्याय नहीं हो रहा है और अब तक सभी अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

परिवार की मुख्य मांग – सीबीआई जांच

इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए, Krishna Kumar Manman Mandal के परिवार को अब हजारीबाग पुलिस पर कोई विश्वास नहीं रह गया है। परिवार न्याय की उम्मीद में अब ऊपरी स्तर पर गुहार लगा रहा है। उनकी मुख्य मांग है कि इस संवेदनशील हत्याकांड की जांच अब सीबीआई या किसी स्वतंत्र एजेंसी को सौंपी जाए। इससे ही सभी दोषियों को सजा मिल सकेगी और Krishna Kumar Manman Mandal के परिवार को उनके प्रिय की हत्या का सही न्याय मिल पाएगा।

अब सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि प्रशासन परिवार की इस मांग को कब और कैसे मानता है और क्या Krishna Kumar Manman Mandal को न्याय दिलाने की दिशा में कोई ठोस कार्रवाई हो पाती है।

यह भी पढ़े

JharExpress is hindi news channel of politics, education, sports, entertainment and many more. It covers live breaking news in India and World

Post Comment

YOU MAY HAVE MISSED