Share This Post

17 जनवरी से राजभवन के समक्ष धरना दे रहे तथा 24 जनवरी से अनशन पर बैठे अनुबंध पैरामेडिकल कर्मियों की लगातार तबीयत बिगड़ी रही है। शनिवार को चार अनुबंध कर्मियों की तबीयत बिगड़ गई जिसके बाद उन्हें रांची सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।

अनुबंधित पैराचिकित्सा कर्मचारी संघ एवं एनएचएम एएनएम जीएनएम अनुबंध कर्मचारी संघ के संयुक्त आह्वान पर इनकी हड़ताल भी जारी है। झारखंड चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने अनुबंध कर्मचारियों के आंदोलन के समर्थन में दो फरवरी को कार्य बहिष्कार की घोषणा की है।

कईयों की हालत गंभीर, कुछ ने जांच कराने से किया इनकार

शनिवार को एएनएम संघ की महासचिव वीणा कुमारी की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें रांची सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्हें आक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। वहीं, हजारीबाग के नवीन रंजन की तबीयत दोबारा खराब होने पर उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जामताड़ा की अनिता और नंदिनी की भी तबीयत बिगड़ने पर सदर अस्पताल की आइसीयू में भर्ती कराया गया है। पैराचिकित्सा संघ के अध्यक्ष विनय कुमार सिंह की भी हालत बिगड़ने पर एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया, एंबुलेंस में न तो चिकित्सक थे न ही पैरामेडिकल कर्मी। वहीं,नवीन रंजन के बेहोश होने पर आटो से सदर अस्तपताल पहुंचाया गया। बाद में चेकअप के लिए शिविर में आउटसोर्सिंग के तहत बहाल नर्सों को भेजा गया, जिससे जांच कराने से अनशनकारियों ने इंकार कर दिया।

इधर, भाकपा माले के महासचिव मनोज भक्त ने अनशन स्थल पर पहुंचकर उनका मनोबल बढ़ाया। माले विधायक बिनोद सिंह ने फोन कर अनशनकारियों को मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उनकी बात रखने का आश्वासन दिया। वरिष्ठ नेता सूरज मंडल, कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी तथा पूर्व विधायक अमित महतो ने भी उनकी मांगों का समर्थन किया। धरना प्रदर्शन कार्यक्रम के 12वें दिन व आमरण अनशन के पांचवें दिन भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा वार्ता की कोई पहल नहीं करने तथा किसी भी प्रतिनिधि के द्वारा अनशन सह धरना स्थल पर नहीं पहुंचने से कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। अनशन स्थल पर पेयजल व शौचालय की पर्याप्त व्यवस्था नहीं किए जाने पर भी इनमें नाराजगी है।

इसे भी पढ़ें : JAC ने 10वीं का एडमिट कार्ड जारी कर दिया है

YOUTUBE