कोरोना ( Corona ) से संबंधित किसी भी घटना से निपटने के लिए और तत्परता सुनिश्चित करने के लिए राजधानी रांची स्थित सदर अस्पताल में मंगलवार को माक ड्रिल आयोजित की गई। स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता, आइसोलेशन बेड की क्षमता, आक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर-समर्थित बेड, डाक्टरों, नर्सों, पैरामेडिक की उपलब्धता और इसके कार्यों को परखा गया।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता की मौजूदगी में हुई माक ड्रिल
इस अभ्यास में स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता, आइसोलेशन बेड की क्षमता, आक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर-समर्थित बेड, डाक्टरों, नर्सों, पैरामेडिक की उपलब्धता और इसके कार्यों को परखा गया। इस मौके पर खुद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता मौजूद थे, जिन्होंने पूरी व्यवस्था को देखा। साथ में विभाग के स्वास्थ्य सचिव अरुण सिंह, सिविल सर्जन डाक्टर विनोद कुमार सहित अन्य कर्मी मौजूद थे।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि यह माक ड्रिल कोरोना ( Corona ) संबंधी आपदा से निपटने के लिए किया गया है। अभी तक जो व्यवस्था देखी गई उसमें स्टाफ की तत्परता और ऑक्सीजन प्लांट का सुचारू रूप से चलना ठीक पाया गया है। इसमें अभी भी कहीं-कहीं कुछ खामियां जरूर हैं, जिसे विभागीय बैठक में चर्चा कर दुरुस्त कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड-19 जांच को बढ़ाया जाएगा, जिसके लिए जांच किट की व्यवस्था की जा रही है और समय रहते इसे पूरा कर लिया जाएगा।
वैक्सीन को लेकर केंद्र से की बाात
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता कहा कि कॉर्बिवैक्स और कोविशिल्ड वैक्सीन की कमी को पूरा करने के लिए केंद्र से जल्द वैक्सीन की आपूर्ति करने के लिए कहा गया है। स्वास्थ्य सचिव अरुण सिंह ने कहा कि माक ड्रिल में बिस्तर की उपलब्धता, संसाधन, परीक्षण क्षमता, टेलीमेडिसिन सेवाओं और ऑक्सीजन की उपलब्धता सहित अन्य बातों का आंकलन किया गया। अभी तक जो तैयारी है वह काफी संतोषजनक है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 लिए कर्मियों की कमी अगर होती है तो उसकी भी व्यवस्था की जाएगी और इसके लिए पहले से ही मैन पावर बढ़ाने की ओर सरकार ध्यान दे चुकी है।
कोरोना ( Corona ) संक्रमित को अंदर वार्ड में भर्ती
माक ड्रिल अस्पताल के नए भवन में की गई, जिसमें एंबुलेंस से एक कोरोना संक्रमित को लाया गया। इसके बाद स्ट्रेचर में लेटा कर पीपीपी किट पहने स्वास्थ्य कर्मी अंदर ले गए और उनका ऑक्सीजन लेवल जांच कर व अन्य जानकारी लेकर उन्हें चिकित्सीय परामर्श के बाद वार्ड में भर्ती किया गया। इस पूरी प्रक्रिया में 12 से 14 मिनट का समय लगा।
राज्य में करीब 20,000 बेड
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्यभर में 19535 कुल कोरोना बेड चिन्हित किए गए हैं। राज्य भर में 1436 आईसीयू बेड की व्यवस्था की गई है। 11500 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की व्यवस्था है। राजधानी रांची में 800 बेड चिन्हित किए गए हैं जबकि रिम्स में 336 बेड की अलग से व्यवस्था की गई है, जो ऑक्सीजन सपोर्टेड है।
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