Saraswati Puja 2025: रांची में चंदा वसूली का बढ़ता मामला
रांची शहर में Saraswati Puja 2025 को लेकर पूजा कमेटियों के युवाओं द्वारा चंदा वसूली के नाम पर जबरन उगाही करने की खबरें आ रही हैं। कई दुकानदारों और स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि चंदा नहीं देने पर धमकी दी जा रही है। इस तरह की घटनाएं पूजा के पवित्र माहौल को दूषित कर रही हैं और आम जनता में डर का माहौल पैदा कर रही हैं।
Saraswati Puja 2025: जबरन चंदा वसूली का मामला क्या है?
Saraswati Puja 2025 के लिए रांची के कई इलाकों में पूजा कमेटियों द्वारा चंदा वसूली की जा रही है। इसमें कुछ युवाओं पर आरोप है कि वे दुकानदारों और स्थानीय लोगों से जबरन चंदा मांग रहे हैं। अगर कोई चंदा देने से इनकार करता है, तो उसे धमकी दी जाती है।
मुख्य आरोप
- दुकानदारों को जबरन चंदा देने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
- 1000 रुपये तक की चंदा रसीद थमाई जा रही है।
- सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ, जिसमें युवक धमकी देते दिखे।
- एक महिला रिपोर्टर को भी धमकाने का आरोप।
- घटना मोरहाबादी बिजली ऑफिस के पास की बताई जा रही है।
Saraswati Puja 2025: सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
इस पूरे मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कुछ युवक एक दुकानदार को जबरन चंदा देने के लिए मजबूर कर रहे हैं। वीडियो में दिख रहा है कि दुकानदार को 1000 रुपये की चंदा रसीद दी जा रही है, और जब वह देने से मना करता है तो उसे धमकाया जाता है।
एक और चौंकाने वाली बात यह है कि एक महिला रिपोर्टर को भी धमकाया गया, जब उसने इस घटना को कवर करने की कोशिश की। यह पूरी घटना रांची के मोरहाबादी बिजली ऑफिस के पास हुई, जिससे इलाके में तनाव की स्थिति बन गई है।
Saraswati Puja 2025: चंदा वसूली और कानून व्यवस्था
चंदा वसूली एक गंभीर सामाजिक समस्या बन चुकी है। हालांकि, पूजा के आयोजन के लिए चंदा लेना कोई गलत बात नहीं है, लेकिन जब इसे जबरन वसूली का रूप दे दिया जाता है, तो यह कानून के खिलाफ हो जाता है।
भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत जबरन वसूली एक अपराध है।
- धारा 383: जबरन पैसे मांगना या किसी को डराकर पैसे लेना अपराध है।
- धारा 384: जबरन वसूली के दोषी को 3 साल तक की सजा या जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।
- धारा 503: धमकी देना भी एक अपराध है, जिसमें 2 साल तक की सजा हो सकती है।
Saraswati Puja 2025: प्रशासन की प्रतिक्रिया
रांची पुलिस ने इस वायरल वीडियो का संज्ञान लिया है। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस के अनुसार:
“कोई भी पूजा कमेटी जबरन चंदा वसूली नहीं कर सकती। अगर किसी को धमकी दी जा रही है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।”
इसके अलावा, प्रशासन ने जनता से अपील की है कि अगर उनके साथ ऐसी कोई घटना होती है, तो वे सीधे 100 डायल करें या नजदीकी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराएं।
Saraswati Puja 2025: जबरन चंदा वसूली को कैसे रोकें?
इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आम जनता और प्रशासन को मिलकर काम करना होगा।
जरूरी कदम:
✅ पुलिस को तुरंत सूचना दें।
✅ वीडियो या फोटो सबूत के तौर पर रखें।
✅ पूजा कमेटियों को अपनी फंडिंग को पारदर्शी बनाना चाहिए।
✅ सोशल मीडिया पर जागरूकता फैलाएं।
✅ जबरन चंदा मांगने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें।
Saraswati Puja 2025: ऐसे मामलों में क्या करें?
अगर कोई आपसे जबरन चंदा मांग रहा है, तो आप इन तरीकों से अपनी सुरक्षा कर सकते हैं:
- साफ मना करें: जबरन चंदा देने से बचें और कहें कि आप स्वेच्छा से ही चंदा देंगे।
- पुलिस हेल्पलाइन पर कॉल करें: तुरंत 100 या लोकल पुलिस स्टेशन को सूचित करें।
- वीडियो रिकॉर्ड करें: अगर संभव हो तो घटना का वीडियो बनाएं और सोशल मीडिया पर शेयर करें।
- स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें: नगरपालिका और पुलिस को जानकारी दें।
FAQs: Saraswati Puja 2025
1. Saraswati Puja 2025 में चंदा वसूली का मामला क्या है?
➡ रांची में कुछ पूजा कमेटियां जबरन चंदा वसूल रही हैं और चंदा नहीं देने पर लोगों को धमका रही हैं।
2. Saraswati Puja 2025 में जबरन चंदा लेना अपराध है?
➡ हां, भारतीय कानून के अनुसार जबरन चंदा लेना गैरकानूनी है और इसके लिए सजा हो सकती है।
3. अगर मुझसे जबरन चंदा मांगा जाए तो क्या करूं?
➡ तुरंत पुलिस को सूचित करें और घटना का वीडियो सबूत के तौर पर रखें।
4. क्या Saraswati Puja 2025 के दौरान पुलिस कोई कार्रवाई कर रही है?
➡ हां, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
5. Saraswati Puja 2025 के लिए चंदा देने का सही तरीका क्या है?
➡ चंदा हमेशा स्वेच्छा से दें और किसी भी प्रकार के दबाव में न आएं।
निष्कर्ष
Saraswati Puja 2025 को लेकर जबरन चंदा वसूली का मामला चिंताजनक है। पूजा एक धार्मिक उत्सव है, जिसे शांति और सद्भाव के साथ मनाया जाना चाहिए। जब पूजा कमेटियां जबरदस्ती चंदा मांगती हैं, तो यह कानून और नैतिकता दोनों के खिलाफ होता है।
अगर यह मामला और बढ़ता है, तो प्रशासन को सख्त कदम उठाने होंगे। जनता को भी सतर्क रहना होगा और किसी भी प्रकार की जबरन वसूली को रिपोर्ट करना होगा। इस तरह के मामलों को रोकने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा, ताकि Saraswati Puja 2025 सही मायनों में एक धार्मिक और पवित्र आयोजन बन सके।
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