Sunil Dhan Jharkhand: शहीद जवान को राज्यपाल और CM ने दी श्रद्धांजलि
मैं आज आपको झारखंड के एक वीर जवान की कहानी बताने जा रहा हूँ। Sunil Dhan Jharkhand के जगुआर फोर्स के जवान थे, जो उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
Sunil Dhan Jharkhand: कौन थे शहीद सुनील धान?
मुख्य जानकारी:
- नाम: सुनील धान
- बल: झारखंड जगुआर (विशेष सुरक्षा बल)
- शहादत: पश्चिमी सिंहभूम के जराइकेला में
- कारण: आईईडी विस्फोट में घायल होकर
मैं समझता हूँ कि ये जवान हमारी सुरक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगा देते हैं। सुनील धान ने भी देश की सेवा करते हुए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया।
Sunil Dhan Jharkhand: राज्यपाल और CM ने क्या किया?
श्रद्धांजलि कार्यक्रम:
- राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड जगुआर मुख्यालय पहुंचकर शहीद को श्रद्धांजलि दी।
- उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित किया गया।
- शहीद के परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त की।
मुख्यमंत्री ने कहा:
“हमारे जवानों की बहादुरी अद्वितीय है। सुनील धान की शहादत को झारखंड कभी नहीं भूल पाएगा।”
Sunil Dhan Jharkhand: कैसे हुई शहादत?
घटनाक्रम:
- स्थान: जराइकेला, पश्चिमी सिंहभूम
- ऑपरेशन: सर्च ऑपरेशन के दौरान
- हमला: उग्रवादियों ने आईईडी विस्फोट किया
- नतीजा: सुनील धान शहीद, एक अन्य जवान विष्णु सैनी घायल
मैं देख रहा हूँ कि झारखंड के जंगलों में अभी भी उग्रवाद एक बड़ी चुनौती है। पिछले 5 सालों में 100 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी शहीद हो चुके हैं।
Sunil Dhan Jharkhand: घायल जवान का हाल
विष्णु सैनी की हालत:
- बटालियन: कोबरा-203
- इलाज: राज अस्पताल, रांची में
- मुलाकात: राज्यपाल और CM ने अस्पताल जाकर हालत जानी
डॉक्टरों ने बताया:
“विष्णु सैनी का इलाज चल रहा है। उनकी हालत स्थिर है।”
Sunil Dhan Jharkhand: झारखंड में सुरक्षा की स्थिति
आंकड़े (2020-2025):
वर्ष | शहीद जवान | बड़ी घटनाएं |
---|---|---|
2020 | 18 | 5 मुठभेड़ |
2021 | 22 | 8 विस्फोट |
2022 | 15 | 4 एनकाउंटर |
2023 | 27 | 11 हमले |
2024 | 19 | 7 ऑपरेशन |
2025 (अब तक) | 4 | 2 मुठभेड़ |
स्रोत: झारखंड पुलिस विभाग
मैं मानता हूँ कि ये आंकड़े दिखाते हैं कि हमारे जवान कितनी बड़ी कीमत चुका रहे हैं।
Sunil Dhan Jharkhand: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
1. झारखंड जगुआर क्या है?
यह झारखंड का विशेष सुरक्षा बल है जो नक्सलवाद से लड़ता है।
2. सुनील धान के परिवार को क्या मदद मिलेगी?
शहीद के परिवार को सरकारी योजनाओं के तहत मुआवजा और सहायता दी जाएगी।
3. विष्णु सैनी कब तक ठीक होंगे?
डॉक्टरों के अनुसार उन्हें 2-3 हफ्ते और अस्पताल में रहना पड़ सकता है।
निष्कर्ष: वीरों को नमन
मैं देख रहा हूँ कि Sunil Dhan Jharkhand की शहादत ने हमें फिर याद दिला दिया कि हमारी शांति की कीमत क्या है। जब तक ऐसे वीर जवान हैं, तब तक हम सुरक्षित हैं।
आइए हम सब मिलकर इन शहीदों को नमन करें और उनके परिवारों का समर्थन करें!
(यह खबर झारखंड पुलिस और शासन प्रशासन के आधिकारिक बयानों पर आधारित है।)
क्या आपको लगता है कि झारखंड में नक्सलवाद खत्म हो पाएगा? कमेंट में अपनी राय जरूर बताएं।
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