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Umedanda Jharkhand: रांची मंदिरों में तोड़फोड़, आक्रोश, सड़क जाम

Umedanda Jharkhand
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Umedanda Jharkhand: रांची बुढ़मू क्षेत्र के तीन मंदिरों में असामाजिक तत्वों ने तोड़फोड़ की है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ा है। ग्रामीण अब आपराधियों की त्वरित गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

Umedanda Jharkhand: मंदिरों में तोड़फोड़

रांची के बुढ़मू थाना क्षेत्र के उमेडंडा में असामाजिक तत्वों ने रविवार रात तीन मंदिरों में तोड़फोड़ की है। श्रद्धालुओं ने देखा कि शिव मंदिर का शिवलिंग, नंदी, बंजरग बली की मूर्ति एवं भगवती मंदिर में पिंडी एवं भगवती त्रिशुल को अज्ञात अपराधियों ने खंडित कर दिया है। यह घटना जल्द ही आस-पास के इलाके में आग की तरह फैल गई।

पुलिस की कार्रवाई

Umedanda Jharkhand: पुलिस ने त्वरित क्रम में घटनास्थल का लिया जायजा लिया और डीएसपी राम नारायण चौधरी ने वास्तविक स्थिति का निरीक्षण किया। सूचना मिलते ही सांसद संजय सेठ, विधायक समरीलाल, और अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों के साथ सोशल जस्टिस की मांग की है।

Umedanda Jharkhand: ग्रामीणों का आक्रोश

ग्रामीणों ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए बुढ़मू छापर मुख्य मार्ग पर जाम कर दिया है। सांसद संजय सेठ और विधायक समरीलाल ने भी ग्रामीणों की इस मांग का समर्थन किया है और उन्होंने गिरफ्तारी होने तक सड़क पर बैठने का ऐलान किया है।

मांग और निराशा

Umedanda Jharkhand: ग्रामीण आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग पर पुलिस अडिग है और उन्होंने कहा है कि गिरफ्तारी होने के बाद ही जाम को समाप्त किया जायेगा। सांसद संजय सेठ ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 24 घंटे का समय दिया है। लेकिन इस तिरस्कारपूर्ण क्रिया के बाद ग्रामीणों की निराशा बढ़ रही है क्योंकि अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है।

Umedanda Jharkhand: समाप्त

इस खबर के मुताबिक, पुलिस जांच कर रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही सड़क पर जाम समाप्त किया जाएगा। यह वार्ता ग्रामीणों के साथ उनके मांगों के लिए एक स्वर्णिम उदाहरण के रूप में खड़ी है, जहां उन्होंने सोशल जस्टिस की मांग की है और स्थानीय नेताओं ने उनके साथ समर्थन जताया है।

सामाप्तिकरण

Umedanda Jharkhand: इस घटना ने बुढ़मू क्षेत्र में हलचल मचा दी है और ग्रामीणों की आवाज बन गई है। ग्रामीण चाहते हैं कि आरोपियों को त्वरित गिरफ्तार किया जाए ताकि उनकी न्यायिक प्रक्रिया शीघ्र हो सके और मंदिरों की मूर्तियों को तबाही से बचाया जा सके।

इस पूरी घटना के परिणामस्वरूप ग्रामीणों ने अपनी आवाज को सुनाया और सांसद संजय सेठ और विधायक समरीलाल जैसे नेता उनके साथ हैं। अब हम देखेंगे कि इस मामले में न्यायिक कार्रवाई कैसे होती है और क्या अपराधियों को त्वरित गिरफ्तार किया जाता है।

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