jpsc news : झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की फर्जी वेबसाइट बनाकर फर्जी बहाली के आवेदन मंगाए जाने के बाद अब, बाल विकास परियोजना के नाम पर फर्जी बहाली का मामला सामने आया है। राज्य सरकार का एक फर्जी पत्र दिखाकर विभिन्न प्रखंडों में कांट्रैक्ट पर बहाली के नाम पर युवाओं को ठगा जा रहा है। मामला सामने आने के बाद समाज कल्याण निदेशक छवि रंजन ने वायरल पत्र को फर्जी बताते हुए इस तरह के किसी नियुक्ति का आदेश नहीं दिए जाने और उस पत्र को उनके कार्यालय से जारी नहीं होने की बात कही है।
महिला एवं बाल विकास व सामाजिक सुरक्षा विभाग है ही नहीं
jpsc news : इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहे फर्जी पत्र निदेशक, बाल विकास परियोजना, महिला एवं बाल विकास व सामाजिक सुरक्षा विभाग के नाम से जारी किया गया है, जबकि ऐसा कोई पद है ही नहीं। महिला एवं बाल विकास व सामाजिक सुरक्षा विभाग में निदेशक और समाज कल्याण का पद होता है। फर्जी पत्र में सेवरग्रीन सर्विस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को 19 जिलों में अनुबंध आधारित नियुक्ति के संबंध में मेधा सूची तैयार कर साक्षात्कार आयोजित करने की बात कही जा रही है।
जेपीएससी की बनी थी फर्जी वेबसाइट
jpsc news : इसी फर्जी पत्र को दिखाकर भोले-भाले युवाओं को ठगा जा रहा है। पत्र में उस संस्था का पता 32/2 बी ब्लाक, शिवपुर कालोनी, हिनू रांची बताया गया है। बता दें कि हाल ही में झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की फर्जी वेबसाइट बनाकर आवेदन मंगाए जाने की बात सामने आई थी। आयोग ने इस संबंध में सूचना जारी कर अभ्यार्थियों को इससे बचने का सुझाव दिया था।
झारखंड सरकार के लोगो से झांसे में आ रहे अभ्यर्थी
jpsc news : फर्जी पत्र में झारखंड सरकार के लोगो का भी इस्तेमाल किया गया है, जिससे लोग झांसे में आ जा रहे हैं। निदेशक, बाल विकास परियोजना के नाम से उक्त संस्था को जारी पत्र में कहा गया है कि आठ जिलों में प्रखंड एवं जिला कार्यालयों में बीसी, बीपीए, डीपीए की नियुक्ति में आवेदन की स्क्रूटनी के बाद मेधा सूची तैयार कर साक्षात्कार हेतु अभ्यर्थियों को चिह्नित करने का कार्य पूरा कर लिया गया है। इसमें शेष 19 जिलों की सूची 16 फरवरी तक उपलब्ध कराने को कहा गया है। पत्र में शेष 16 जिले की जगह 19 तथा 16 फरवरी 2023 की जगह 16 फरवरी 2022 का गलत उल्लेख किया गया है।
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