Skip to content

jumar river ranchi मनन विद्या मंदिर के छात्र की डूबने से मौत

jumar river ranchi
Share This Post

jumar river ranchi: रांची के बूटी मोड़ स्थित मनन विद्या मंदिर के एक छात्र की जुमार नदी में डूबने से मौत हो गई। मृतक छात्र का नाम पीयूष कुमार था, जो बिहार के गया जिले का रहने वाला था। इस हृदयविदारक घटना ने पूरे स्कूल और उसके परिवार को शोक में डुबो दिया है। पीयूष स्कूल के हॉस्टल में रहता था और रविवार की सुबह यह हादसा तब हुआ, जब वह अपने दोस्तों के साथ नदी पार करने की कोशिश कर रहा था।

jumar river ranchi: अहले सुबह की सैर बनी मौत की वजह

पुलिस के अनुसार, यह घटना उस समय घटी जब पीयूष कुमार और उसके चार-पांच दोस्त अहले सुबह स्कूल के हॉस्टल से बाहर घूमने निकले थे। सभी छात्र हॉस्टल से चोरी-चुपके बाहर जा रहे थे, जिसकी जानकारी हॉस्टल प्रबंधन को भी नहीं थी। जुमार नदी के किनारे पहुंचने के बाद, छात्रों ने नदी पार करने की कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्यवश पीयूष नदी की गहराई का शिकार हो गया और डूबने से उसकी मौत हो गई।

एनडीआरएफ की तत्परता: शव बरामद करने का प्रयास

jumar river ranchi: घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए पीयूष के शव को नदी से बाहर निकालने का प्रयास शुरू किया। इस घटना ने क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है, और स्कूल प्रबंधन पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिरकार छात्र कैसे हॉस्टल से बाहर निकले और इस हादसे का शिकार हो गए।

जुमार नदी में हुआ हादसा: हॉस्टल प्रबंधन की लापरवाही?

jumar river ranchi: रांची की जुमार नदी में हुए इस दर्दनाक हादसे ने हॉस्टल प्रबंधन की लापरवाही को भी उजागर कर दिया है। सवाल उठता है कि छात्रों को कैसे बिना किसी निगरानी के हॉस्टल से बाहर जाने दिया गया। ऐसे मामलों में हॉस्टल प्रबंधन की जिम्मेदारी बनती है कि वे छात्रों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें। लेकिन इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि छात्रों की सुरक्षा को लेकर प्रबंधन गंभीर नहीं था।

jumar river ranchi: मृतक छात्र की पहचान और परिवार का दुःख

मृतक छात्र की पहचान पीयूष कुमार के रूप में हुई है, जो बिहार के गया जिले का रहने वाला था। उसके पिता का नाम मंटू कुमार है। घटना की जानकारी मिलते ही मृतक के परिवार को सूचित कर दिया गया। इस दर्दनाक हादसे से परिवार सदमे में है और उनके ऊपर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। पीयूष के इस आकस्मिक निधन ने न सिर्फ उसके परिवार को, बल्कि पूरे स्कूल समुदाय को हिला कर रख दिया है।

jumar river ranchi: जुमार नदी: हादसों की नदी बनती जा रही है

जुमार नदी पहले भी कई हादसों की गवाह रही है। यह नदी, जो रांची के आसपास के क्षेत्र के लिए पानी का एक प्रमुख स्रोत है, अब खतरनाक भी साबित हो रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस नदी में कई बार लोग डूब चुके हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से इसके लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। जुमार नदी के आस-पास सुरक्षा इंतजामों की कमी के चलते इस तरह की घटनाएं आम होती जा रही हैं।

स्कूल प्रबंधन पर उठ रहे सवाल: कौन जिम्मेदार?

jumar river ranchi: इस घटना के बाद स्कूल प्रबंधन पर भी सवाल उठने लगे हैं। कैसे छात्र बिना किसी निगरानी के हॉस्टल से बाहर चले गए? क्या स्कूल के सुरक्षा इंतजाम पर्याप्त नहीं थे? इन सवालों का जवाब ढूंढने की जरूरत है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। स्कूल प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह छात्रों की सुरक्षा को सुनिश्चित करे और इस घटना से सीख लेते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करे।

पीयूष कुमार की याद में: स्कूल और परिवार का शोक

पीयूष कुमार की इस अकाल मृत्यु ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। उसके सहपाठी, शिक्षक और परिवारजन सभी शोक में डूबे हुए हैं। यह घटना हमें याद दिलाती है कि जीवन कितना अनमोल है और किसी भी प्रकार की लापरवाही कितना बड़ा नुकसान कर सकती है। स्कूल और उसके परिवार को इस दुःख की घड़ी में धैर्य बनाए रखना होगा और इस घटना से सबक लेते हुए भविष्य में सुरक्षा पर और ध्यान देना होगा।

jumar river ranchi: सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की आवश्यकता

jumar river ranchi: रांची की जुमार नदी में पीयूष कुमार की दर्दनाक मौत ने हमें एक बार फिर याद दिलाया है कि छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरि है। हॉस्टल प्रबंधन और प्रशासन को इस तरह की घटनाओं से सीख लेकर सुरक्षा के इंतजामों को मजबूत करना होगा। यह घटना हमें सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हम अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम उठा रहे हैं या नहीं। उम्मीद है कि इस घटना के बाद संबंधित अधिकारियों और स्कूल प्रबंधन द्वारा सुरक्षा के सभी उपाय सुनिश्चित किए जाएंगे, ताकि भविष्य में इस तरह की कोई और दुखद घटना न घटे।

यह भी पढ़े

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *