lobin hembrom: झारखंड की राजनीति में एक और बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। चंपाई सोरेन के बाद अब झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कद्दावर नेता और संताल परगना के बोरियो से पूर्व विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया है। यह कदम झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले JMM के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।
lobin hembrom: झारखंड भाजपा मुख्यालय में लोबिन हेम्ब्रम का भव्य स्वागत
लोबिन हेम्ब्रम ने रांची में स्थित भाजपा मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर आयोजित समारोह में असम के मुख्यमंत्री और झारखंड विधानसभा चुनाव के सह-प्रभारी हिमंता बिस्व सरमा, प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी, और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। लोबिन हेम्ब्रम का पार्टी में गर्मजोशी से स्वागत किया गया, जहां उन्हें माला पहनाकर और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
शिबू सोरेन से मिली राजनीति की शिक्षा, लेकिन अब JMM नहीं रही वही पार्टी
lobin hembrom: लोबिन हेम्ब्रम ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद अपने संबोधन में कहा कि उनका झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के साथ एक लंबा और समर्पित जुड़ाव रहा है। उन्होंने याद किया कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने उन्हें राजनीति की बारीकियां सिखाईं और समाज के लिए सही और गलत के बीच फर्क करने की शिक्षा दी। हालांकि, उन्होंने कहा कि वर्तमान में JMM वह पार्टी नहीं रही, जो कभी शिबू सोरेन के नेतृत्व में थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी नाराजगी JMM से नहीं, बल्कि पार्टी के नए नेतृत्व से है, जिसने पार्टी के मूल आदर्शों को दरकिनार कर दिया है।
lobin hembrom: हेमंत सोरेन पर लगाया पार्टी के आदर्शों से भटकने का आरोप
lobin hembrom: लोबिन हेम्ब्रम ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन ने अपने पिता शिबू सोरेन के द्वारा बनाए गए आदर्शों को छोड़ दिया है। उदाहरण के तौर पर, उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन ने राज्य में शराबबंदी का समर्थन किया था, लेकिन हेमंत सोरेन ने छत्तीसगढ़ मॉडल को लागू कर दिया, जिससे राज्य में शराब की समस्या बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि आज का JMM शिबू सोरेन वाली पार्टी नहीं रही, और यही वजह है कि उन्होंने BJP में शामिल होने का फैसला किया।
lobin hembrom: संताल परगना की डेमोग्राफी में बदलाव पर चिंता
lobin hembrom: लोबिन हेम्ब्रम ने अपने संबोधन में संताल परगना की डेमोग्राफी में हो रहे बदलाव पर भी गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या बढ़ रही है, जिससे आदिवासी समाज की पहचान खतरे में पड़ रही है। उन्होंने कहा कि इस समस्या को केवल भाजपा ही सुलझा सकती है और इसीलिए उन्होंने भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया है।
BJP ही झारखंड का विकास कर सकती है: लोबिन हेम्ब्रम
लोबिन हेम्ब्रम ने भाजपा में शामिल होने के अपने निर्णय का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में ही झारखंड का विकास संभव है। उन्होंने कहा कि भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो राज्य के विकास के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उनका मानना है कि भाजपा के साथ मिलकर वे झारखंड की जनता के हितों की रक्षा कर सकते हैं और राज्य को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं।
JMM के वरिष्ठ नेताओं में असंतोष: क्या और नेता छोड़ेंगे पार्टी?
lobin hembrom: लोबिन हेम्ब्रम ने JMM के अंदरूनी असंतोष की ओर भी इशारा किया। उन्होंने कहा कि पार्टी के नए नेतृत्व के प्रति असंतोष केवल उनका ही नहीं है, बल्कि कई अन्य वरिष्ठ नेता भी इसी भावना को महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि JMM में पुराने नेताओं की अब कोई इज्जत नहीं बची है और जल्द ही और भी कई वरिष्ठ नेता पार्टी से किनारा कर सकते हैं। चंपाई सोरेन ने भी इसी प्रकार के संकेत दिए थे, जिससे यह संभावना बढ़ जाती है कि आने वाले समय में JMM में और भी विभाजन देखने को मिल सकते हैं।
निष्कर्ष: झारखंड की राजनीति में BJP का बढ़ता प्रभाव
lobin hembrom: लोबिन हेम्ब्रम के BJP में शामिल होने से झारखंड की राजनीति में BJP का प्रभाव और बढ़ता दिख रहा है। विधानसभा चुनाव से पहले JMM के दो वरिष्ठ नेताओं का पार्टी छोड़कर BJP में शामिल होना JMM के लिए गंभीर चिंता का विषय हो सकता है। इससे राज्य में BJP की स्थिति मजबूत होगी और विपक्षी दलों के लिए चुनावी गणित में बदलाव ला सकता है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि JMM इस स्थिति से कैसे निपटती है और क्या और भी नेता पार्टी छोड़ने का निर्णय लेते हैं।
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