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bijli in jharkhand: झारखंड के मांडर, चान्हो और रातू प्रखंडों में मंगलवार को आकाशीय बिजली गिरने से सात लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि आधा दर्जन लोग झुलस गए। घायलों को तुरंत मांडर रेफरल अस्पताल ले जाया गया, जहां से गंभीर हालत में दो लोगों को रांची के रिम्स अस्पताल रेफर कर दिया गया है। बाकी घायलों का इलाज मांडर में ही चल रहा है।

मांडर थाना क्षेत्र में वज्रपात

मांडर थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में आकाशीय बिजली गिरने से आठ लोग झुलस गए। इन सभी को मांडर रेफरल अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने बसकी गांव निवासी नीरज उरांव (36), कैम्बो गांव निवासी संजय एक्का (22) और रातू तिलता के रहने वाले राजेश उरांव (20) को मृत घोषित कर दिया। चान्हो के लुंडरी निवासी देवकी उरांव (30) की भी वज्रपात से मौत हो गई।

bijli in jharkhand: चान्हो प्रखंड में पीड़ित

चान्हो प्रखंड के कंजगी निवासी सकलू उरांव (40) खेत में मेढ़ बनाने के दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आकर झुलस गए। इलाज के लिए अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई।

रातू प्रखंड में घटना

bijli in jharkhand: रातू प्रखंड के थाना क्षेत्र के बिजुलिया में मंगलवार शाम लगभग 4 बजे खेत में धानरोपनी कर रही मदन बैठा की पत्नी पुष्पा देवी (45) गंभीर रूप से घायल हो गईं। उन्हें तुरंत वरदान हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

bijli in jharkhand: अन्य घायलों की स्थिति

कैम्बो के अभिनाश लोहरा (16), लक्षण उरांव (22), धनिया उराईन (45) और रोशनी तिग्गा गंभीर रूप से झुलसे हुए हैं। वहीं, मुड़मा मसमनो गांव में किशुन गोप (50) भी आकाशीय बिजली की चपेट में आकर घायल हो गए।

मांडर रेफरल अस्पताल की स्थिति

bijli in jharkhand: मांडर रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक डॉ. किशोर कुल्लू ने बताया कि वज्रपात की चपेट में आकर झुलसे हुए 8 लोगों को यहां लाया गया, जिनमें जांच के बाद पांच को मृत घोषित कर दिया गया। बाकी घायलों में से दो को रांची रिम्स रेफर किया गया है। शेष तीन मरीजों का इलाज मांडर रेफरल अस्पताल में ही चल रहा है, और उनकी हालत स्थिर है।

bijli in jharkhand: पुलिस की प्रतिक्रिया

मांडर इंस्पेक्टर जय प्रकाश राणा ने बताया कि घायलों का इलाज चल रहा है। तीनों किसान खेत में काम करते समय आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए थे। मंगलवार लगभग शाम चार बजे सभी लोग खेत में धानरोपनी कर रहे थे, तभी अचानक जोरदार बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिर गई।

राजेश उरांव की दर्दनाक मौत

bijli in jharkhand: रातू तिलता निवासी राजेश उरांव का ससुराल कैम्बो गांव के बिरसा उरांव में था। वह तिलता से रोपा रोपने के लिए अपने ससुराल आए थे, लेकिन आकाशीय बिजली की चपेट में आकर उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद कैम्बो और बसकी गांव में मातम का माहौल है।

ग्रामीणों की प्रतिक्रिया

bijli in jharkhand: घटना के बाद से पूरे इलाके में दुख और सदमे का माहौल है। स्थानीय लोगों ने आकाशीय बिजली की घटनाओं को लेकर सुरक्षा उपायों की मांग की है। इस दुखद घटना ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए बेहतर तैयारी की जा सकती है।

bijli in jharkhand: निष्कर्ष

bijli in jharkhand: इस प्रकार की घटनाएं हमें बताती हैं कि हमें प्राकृतिक आपदाओं के प्रति हमेशा सतर्क रहना चाहिए। सरकार और प्रशासन को चाहिए कि वे ग्रामीण इलाकों में जागरूकता अभियान चलाएं और लोगों को आकाशीय बिजली से बचने के उपाय बताएं। इस घटना ने न केवल कई जिंदगियों को प्रभावित किया है, बल्कि पूरे इलाके में मातम का माहौल बना दिया है।

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