bokaro dugda bazar: दुग्दा बाजार में लगी आग, 5 दुकानें राख
bokaro dugda bazar में शुक्रवार रात हुई एक घटना ने सभी को हिला कर रख दिया। चंद्रपुरा प्रखंड के दुग्दा मुख्य बाजार में बिजली की शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई, जिससे पांच दुकानें पूरी तरह जलकर राख हो गईं। घटना रात करीब 11 बजे हुई, जब सभी दुकानदार अपनी दुकानें बंद कर घर चले गए थे।
घटना कैसे हुई?
bokaro dugda bazar: शॉर्ट सर्किट से अचानक लगी आग ने दुकानों को चपेट में ले लिया। आग की तेज लपटों से 11,000 और 440 वोल्ट के बिजली तार टूटकर नीचे गिर गए, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई। यह आग सीताराम ठाकुर की मिठाई दुकान, मनोज विश्वकर्मा के आलू गोदाम, राजेश साव की फल दुकान, संजय ठाकुर के सैलून और मोहम्मद जुबैर की फल दुकान तक फैल गई।
प्रशासन और दमकल विभाग की भूमिका
आग लगने की सूचना मिलते ही दुग्दा पश्चिमी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि सह चंद्रपुरा कांग्रेस अध्यक्ष प्रभु दयाल सिंह ने अग्निशमन विभाग को सतर्क किया। डीवीसी चंद्रपुरा का अग्निशमन दस्ता तुरंत दमकल गाड़ी के साथ मौके पर पहुंचा और आग पर काबू पाया। हालांकि, तब तक पांचों दुकानों का सारा सामान जलकर राख हो चुका था।
प्रशासनिक और राजनीतिक प्रतिनिधियों की प्रतिक्रिया
घटना की सूचना मिलते ही चंद्रपुरा बीडीओ ईश्वर दयाल महतो, सीओ नरेश कुमार वर्मा, सांसद प्रतिनिधि रोशन कुमार महतो, विधायक प्रतिनिधि संतन सिंह, मुखिया चंदन सिंह और अन्य जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे। उन्होंने आग से हुए नुकसान का जायजा लिया और प्रशासन से पीड़ितों को उचित मुआवजा देने की मांग की।
आग लगने से प्रभावित दुकानें
आग से प्रभावित दुकानों की सूची इस प्रकार है:
- सीताराम ठाकुर की मिठाई दुकान – मिठाई और अन्य खाद्य पदार्थ जलकर राख।
- मनोज विश्वकर्मा का आलू गोदाम – गोदाम में रखा पूरा सामान नष्ट।
- राजेश साव की फल दुकान – सभी फल और स्टॉक नष्ट।
- संजय ठाकुर का सैलून – सैलून का सामान और फर्नीचर पूरी तरह जल गया।
- मोहम्मद जुबैर की फल दुकान – फल और अन्य सामान पूरी तरह नष्ट।
आर्थिक नुकसान का अनुमान
bokaro dugda bazar में इस आगजनी से दुकानदारों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
- मिठाई और खाद्य सामग्री का अनुमानित नुकसान: ₹50,000
- फल और सब्जियों का नुकसान: ₹80,000
- सैलून के उपकरण और फर्नीचर: ₹60,000
- आलू गोदाम का नुकसान: ₹1,00,000
जन समर्थन और प्रशासनिक कार्रवाई
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पीड़ित दुकानदारों के लिए आर्थिक सहायता की मांग की।
- प्रशासन को राहत कार्यों को तेज करने और नुकसान का मुआवजा देने की प्रक्रिया को सरल बनाने की जरूरत है।
- पंचायत और राजनीतिक प्रतिनिधियों ने प्रशासन पर दबाव बनाया कि पीड़ित दुकानदारों को जल्द से जल्द मदद मिले।
आगजनी की घटनाओं से बचाव के सुझाव
- बिजली के उपकरणों की नियमित जांच करें।
- शॉर्ट सर्किट से बचने के लिए क्वालिटी वायरिंग का उपयोग करें।
- दुकानों में फायर अलार्म और फायर एक्सटिंग्विशर रखें।
- स्थानीय प्रशासन से फायर डिल का आयोजन करवाएं।
घटना का सामाजिक प्रभाव
इस घटना ने दुकानदारों को आर्थिक रूप से कमजोर कर दिया है। आगजनी के कारण बाजार की गतिविधियां प्रभावित हुई हैं, जिससे स्थानीय लोगों को भी असुविधा हो रही है। “इस तरह की घटनाएं यह साबित करती हैं कि सुरक्षा उपायों को अपनाना कितना जरूरी है,” एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा।
निष्कर्ष
bokaro dugda bazar में आगजनी की इस घटना ने एक बार फिर से सुरक्षा उपायों और त्वरित प्रशासनिक कार्रवाई की जरूरत को उजागर किया है। पीड़ित दुकानदारों को राहत देना और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सतर्कता जरूरी है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
प्रश्न 1: bokaro dugda bazar में आग कैसे लगी?
उत्तर: बिजली के शॉर्ट सर्किट के कारण यह आग लगी।
प्रश्न 2: इस आगजनी में कितनी दुकानें प्रभावित हुईं?
उत्तर: कुल 5 दुकानें जलकर राख हो गईं।
प्रश्न 3: क्या पीड़ितों को मुआवजा मिलेगा?
उत्तर: प्रशासन ने मुआवजा देने का आश्वासन दिया है।
प्रश्न 4: आग पर काबू कैसे पाया गया?
उत्तर: डीवीसी चंद्रपुरा के अग्निशमन दस्ते ने दमकल गाड़ी के माध्यम से आग बुझाई।
प्रश्न 5: इस घटना से बचाव के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?
उत्तर: बिजली उपकरणों की नियमित जांच, क्वालिटी वायरिंग, फायर अलार्म और एक्सटिंग्विशर का उपयोग।
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