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bundu tamar ranchi: दिवड़ी मंदिर में हुई तालाबंदी के विरोध में शुक्रवार को बुंडू-तमाड़ बंद का आह्वान किया गया, जिसका व्यापक असर क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। तमाड़ स्थित प्रसिद्ध दिवड़ी मंदिर, जो हिंदू आस्था का प्रमुख केंद्र है, वहां गुरुवार को असामाजिक तत्वों द्वारा तालाबंदी कर दी गई थी। इस घटना के बाद से ही क्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल बन गया, जिसके बाद हिंदू संगठनों ने शुक्रवार को बंद की घोषणा की। बंद का आयोजन भगवा सेना के बैनर तले किया गया, जिसमें कई स्थानीय और धार्मिक संगठनों ने भाग लिया।

bundu tamar ranchi: बाजार पूरी तरह बंद, जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन

बंद के दौरान बुंडू और तमाड़ के सभी बाजार पूरी तरह से बंद रहे। बाजारों की सभी दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान और छोटी-मोटी हाट-बाजारें सबकुछ बंद दिखा। बंद समर्थकों ने जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन भी किया। भगवा झंडों के साथ बंद समर्थकों ने मंदिर के बाहर इकट्ठा होकर त्वरित कार्रवाई की मांग की। बंद समर्थकों की मुख्य मांग है कि मंदिर में ताला लगाने वाले असामाजिक तत्वों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाए और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए।

दिवड़ी मंदिर में तालाबंदी की घटना से तनावपूर्ण माहौल

bundu tamar ranchi: गुरुवार की सुबह की घटना के अनुसार, तमाड़ स्थित दिवड़ी मंदिर के मुख्य द्वार और मंदिर के आसपास की दुकानों में ताला जड़ दिया गया था। इस तालाबंदी के चलते पुजारी और पाहन (स्थानीय पुजारी) मंदिर के बाहर ही फंसे रह गए, और सुबह की पूजा-अर्चना नहीं हो पाई। इस घटना ने क्षेत्र में धार्मिक आस्थाओं को आघात पहुंचाया और भक्तों में रोष फैल गया। जब लोगों को इस घटना की जानकारी मिली, तो मंदिर परिसर में हंगामा शुरू हो गया।

घटना के बाद, भगवा सेना, बजरंग दल, आरएसएस और अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और स्थानीय प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की। छह घंटे के तनाव के बाद प्रशासनिक अधिकारियों और पंडा समाज के नेताओं ने मिलकर मंदिर के तालों को तोड़ा और पूजा-अर्चना को दोबारा शुरू किया गया।

बुंडू एसडीओ का बयान: असामाजिक तत्वों ने रची थी साजिश

bundu tamar ranchi: मंदिर में तालाबंदी की इस घटना को लेकर बुंडू के एसडीओ मनोहर लाल मरांडी ने बयान जारी किया। उन्होंने बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों ने मंदिर में ताला जड़ दिया था। इस घटना का उद्देश्य इलाके का माहौल खराब करना और धार्मिक भावनाओं को भड़काना था। एसडीओ ने बताया कि प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर ताला तोड़ दिया, जिससे स्थिति नियंत्रित की जा सकी।

मरांडी ने यह भी कहा कि तालाबंदी के पीछे के असामाजिक तत्वों की पहचान कर ली गई है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही प्रशासन ने मंदिर प्रबंधन और ग्रामीणों के साथ बातचीत कर स्थिति को शांतिपूर्ण बनाए रखने के प्रयास किए।

bundu tamar ranchi: रांची डीसी का बयान: जांच के बाद होगी कार्रवाई

इस पूरे मामले पर रांची के डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि प्रशासन घटना की गहराई से जांच कर रहा है। उन्होंने कहा कि मंदिर की तालाबंदी करने वालों के खिलाफ उचित कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जाएगी। डीसी ने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह की घटनाओं से धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा, और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

bundu tamar ranchi: ग्रामीणों और श्रद्धालुओं में गुस्सा

bundu tamar ranchi: दिवड़ी मंदिर की तालाबंदी की घटना ने स्थानीय ग्रामीणों और श्रद्धालुओं में भारी नाराजगी पैदा कर दी है। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं उनकी धार्मिक आस्थाओं पर चोट पहुंचाती हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि मंदिर की सुरक्षा को और मजबूत किया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।

भगवा सेना की चेतावनी: दोषियों की गिरफ्तारी तक बंद रहेगा जारी

bundu tamar ranchi: भगवा सेना और अन्य हिंदू संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर दोषियों की गिरफ्तारी जल्द नहीं की गई तो आंदोलन को और उग्र रूप दिया जाएगा। भगवा सेना के स्थानीय प्रमुख ने कहा कि वे तब तक शांत नहीं बैठेंगे, जब तक कि उन लोगों को सजा नहीं मिल जाती जिन्होंने मंदिर में तालाबंदी की थी।

bundu tamar ranchi: प्रशासन का आश्वासन: दोषियों पर सख्त कार्रवाई

स्थानीय प्रशासन ने हिंदू संगठनों और ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि मंदिर में तालाबंदी करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने यह भी कहा है कि इस तरह की घटनाओं से धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर और कड़े कदम उठाए जाएंगे।

असामाजिक तत्वों का उद्देश्य नाकाम

bundu tamar ranchi: प्रशासन की त्वरित कार्रवाई और हिंदू संगठनों के दबाव के चलते असामाजिक तत्वों की साजिश नाकाम हो गई। मंदिर की पूजा-अर्चना दोबारा शुरू हो चुकी है, और स्थिति अब सामान्य हो रही है।

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