champai soren resign: झारखंड में एक बार फिर से सत्ता परिवर्तन की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन फिर से राज्य के मुख्यमंत्री बन सकते हैं। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कोर्ट से जमानत मिलने के बाद हेमंत सोरेन की सत्ता में वापसी तय मानी जा रही है।
champai soren resign: विधायक दल की बैठक में हेमंत सोरेन को चुना गया नेता
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM), कांग्रेस और RJD गठबंधन ने बुधवार को विधायक दल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को नेता चुन लिया है। बैठक में हेमंत सोरेन को फिर से मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया गया। विधायक प्रदीप यादव ने विधायक दल की बैठक के बाद बताया, “हमने अपना नया नेता चुन लिया है।” खबर है कि मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और हेमंत सोरेन शाम में राज्यपाल से मिलने वाले हैं। सूत्रों के अनुसार, बैठक में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने सत्ता परिवर्तन को लेकर थोड़ी नाराजगी जताई। हालांकि बाद में हेमंत सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया गया।
समन्वय समिति के चेयरमैन बन सकते हैं चंपई सोरेन
champai soren resign: हेमंत सोरेन के फिर से मुख्यमंत्री बनने की स्थिति में मौजूदा मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को समन्वय समिति का चेयरमैन बनाया जा सकता है। विधायक दल की बैठक के बाद हेमंत सोरेन ने एक्स पर पोस्ट डाला और लिखा, “INDIA गठबंधन के विधायक दल की बैठक में सभी सम्मानित सदस्यों के साथ बैठक हुई।”
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी और जमानत
champai soren resign: रांची के बरियातु स्थित साढ़े 8 एकड़ की जमीन घोटाला मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने 31 जनवरी 2024 को हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी से पहले हेमंत ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। पिछले सप्ताह उन्हें हाई कोर्ट से जमानत मिल गई।
champai soren resign: चंपई सोरेन का इस्तीफा और राजनीतिक हलचल
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिससे झारखंड की राजनीति में हलचल मच गई है। चंपई सोरेन के इस्तीफे के बाद राज्य में सत्ता परिवर्तन की संभावना बढ़ गई है। हेमंत सोरेन की वापसी के साथ झारखंड की राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है।
राजनीतिक विशेषज्ञों की राय
champai soren resign: राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि हेमंत सोरेन की सत्ता में वापसी झारखंड की राजनीतिक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। उनके नेतृत्व में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और RJD गठबंधन को मजबूती मिलेगी।
हेमंत सोरेन के सामने चुनौतियाँ
हेमंत सोरेन के सामने कई चुनौतियाँ भी होंगी। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनकी छवि को लेकर सवाल उठ सकते हैं। इसके अलावा, राज्य में विकास कार्यों को तेज करना और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाना भी उनके लिए बड़ी चुनौती होगी।
champai soren resign: जनता की उम्मीदें
झारखंड की जनता हेमंत सोरेन से कई उम्मीदें लगाए बैठी है। जनता चाहती है कि उनके नेतृत्व में राज्य का विकास हो और भ्रष्टाचार पर रोक लगे। हेमंत सोरेन को जनता की इन उम्मीदों पर खरा उतरना होगा।
निष्कर्ष
champai soren resign: झारखंड की राजनीति में सत्ता परिवर्तन की सुगबुगाहट ने एक नई दिशा ले ली है। हेमंत सोरेन की वापसी से राज्य में राजनीतिक स्थिरता आने की संभावना है। हालांकि, उनके सामने कई चुनौतियाँ भी होंगी जिन्हें उन्हें पार करना होगा। जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना और राज्य के विकास के लिए कार्य करना उनके लिए महत्वपूर्ण होगा।
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