Eklavya Vidyalaya Yojana: एकलव्य विद्यालय योजना: सपना साकार, अनुसूचित जाति के बच्चों को दिलाई गुणवत्ता से भरी शिक्षा की संवेदनशीलता
1. “सर्वांगीण विकास की ओर कदम: 740 नए एकलव्य विद्यालय का उद्घाटन”
2. “झारखंड में बढ़ेंगे एकलव्य विद्यालय: 89 स्कूलों का लक्ष्य”
3. “स्कूलों में डिजिटल शिक्षा का परिचय: स्मार्ट कक्षाएं और उन्नत तकनीक”
4. “स्वप्न से वास्तविकता की ओर: 3.5 लाख आदिवासी बच्चों को शिक्षा का अद्यतन”
5. “नए एकलव्य विद्यालयों में नई शिक्षा की नींव: सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का प्रस्ताव”
6. “एकलव्य विद्यालयों का सपना: छात्रों के भविष्य को साकार करना”
Eklavya Vidyalaya Yojana: केंद्र सरकार ने अनुसूचित जाति के बच्चों के लिए एकलव्य विद्यालय योजना की घोषणा की है, जिसका उद्घाटन वर्ष 2026 तक देशभर में 740 नए एकलव्य विद्यालयों की स्थापना करना है। इस योजना के अनुसार, झारखंड में 89 नए एकलव्य विद्यालयों को खोलने का लक्ष्य रखा गया है, जो अनुसूचित जाति के बच्चों को गुणवत्ता से भरी शिक्षा प्रदान करेंगे। इसके साथ ही, ओड़िशा में 106 स्कूलों को खोलने का प्लान बनाया गया है, जिससे यह राज्य एक सशक्त सिखाने की धारा में बढ़ावा देगा।
डिजिटल शिक्षा का परिचय
Eklavya Vidyalaya Yojana: इन नए एकलव्य विद्यालयों में, एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि उन्हें डिजिटल शिक्षा का परिचय दिया जाएगा। स्मार्ट कक्षाएं, उन्नत तकनीक और विशेषज्ञ शिक्षकों की टीम के साथ, ये स्कूल छात्रों को आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ समृद्धि से भरा और समर्पणी वातावरण प्रदान करेंगे।
आदिवासी बच्चों को शिक्षा का संकल्प
Eklavya Vidyalaya Yojana: इस योजना के माध्यम से, केंद्र सरकार का संकल्प है कि वर्ष 2026 तक 3.5 लाख आदिवासी बच्चों को शिक्षा के माध्यम से सशक्ति दिलाई जाएगी। इन बच्चों को गुणवत्ता से भरी पठन-पाठन की सुविधा मिलेगी, जिससे उनका सम्पूर्ण विकास हो सके।
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
Eklavya Vidyalaya Yojana: नए एकलव्य विद्यालयों में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना होगी, जिससे छात्रों को उनकी रूचि के क्षेत्र में मास्टरी करने का अवसर मिला।
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