fire noc: मानवाधिकार आयोग व हाईकोर्ट से लगातार निर्देश जारी होने के बाद भी देवघर के सिर्फ रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ में संचालित डिस्पेंसरी व एम्स के कुछ भवनों के लिए ही फायर एनओसी लिया है। वहीं, एनओसी लेने के लिए अग्निशमन विभाग द्वारा सदर अस्पताल व एम्स के अलावा 11 प्राइवेट अस्पतालों को एडवाइजरी जारी की गयी है। इसके बाद जिला अग्निशमन पदाधिकारी गोपाल यादव ने सभी जगहों का दौरा कर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर डीसी सहित अग्निशमन मुख्यालय को भेजा है।
fire noc: रिपोर्ट के मुताबिक, सदर अस्पताल में व एम्स के बाकी भवनों में एडवाइजरी जारी होने के बाद एनओसी के लिए काम कराया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, बाकी के 11 प्राइवेट अस्पताल एडवाइजरी लेकर बैठे हुए हैं, किंतु वे अपने यहां फायर सेफ्टी पर काम नहीं कर रहे। अग्निशमन पदाधिकारी ने डीसी को पत्र लिखकर इन प्राइवेट अस्पतालों को फायर सेफ्टी को लेकर निर्देश देने का आग्रह किया है। डीसी को भेजे गये पत्र में अग्निशमन पदाधिकारी ने फायर एनओसी के लिए एडवाइजरी लिए गये अस्पतालों की पूरी सूची भी भेजी है।
अग्निशमन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार देवघर में करीब 400 प्राइवेट क्लिनिक, नर्सिंगहोम व जांच घर हैं। किंतु अधिकतर ने अब तक फायर एनओसी के लिए आवेदन तक नहीं किया है। फायर एनओसी लेने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम के तहत ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया है। ऑफलाइन फायर एनओसी आवेदन प्रक्रिया को विभाग द्वारा सात साल पूर्व ही समाप्त कर दी गयी है। किंतु प्राइवेट अस्पताल, नर्सिंगहोम, जांच घर अपने रजिस्ट्रेशन में अब भी ऑफलाइन एनओसी के फर्जी कागजात संलग्न कर दे रहे हैं, जो जांच का विषय है। इस बारे में अग्निशमन विभाग ने कई बार सिविल सर्जन कार्यालय को पत्राचार भी किया है।
fire noc: जनवरी में धनबाद में दो बड़ी आगजनी की घटना में हुई थी 21 की मौत जनवरी माह में धनबाद के हाजरा क्लिनिक व आशीर्वाद अपार्टमेंट में एक सप्ताह के अंदर दो बड़ी आगजनी की घटना हुई थी। दोनों घटना में कुल 21 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद से ही लगातार हाईकोर्ट व मानवाधिकार आयोग सभी सरकारी सहित प्राइवेट अस्पतालों और बड़े मॉल समेत अपार्टमेंट को अग्निशमन से बचाव के पुख्ता इंतजाम कराने का निर्देश दे रही है। लगातार मानवाधिकार आयोग व हाईकोर्ट के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास विभाग को पत्राचार भी कर रही है। बावजूद देवघर के अधिकांश प्राइवेट अस्पतालों, मॉल, अपार्टमेंट व होटल बिना फायर एनओसी के ही चल रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक धनबाद के हाजरा क्लिनिक में डॉक्टर दंपती सहित सात की मौत हो गयी थी। वहीं आशीर्वाद अपार्टमेंट में हुई आगजनी में 14 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद से झारखंड हाईकोर्ट राज्य के सभी जिले के डीसी को निर्देशित कर रही है कि मॉल, अपार्टमेंट, होटल, रेस्टोरेंट, मैरिज हॉल, अस्पताल, नर्सिंगहोम को फायर एनओसी लेना अनिवार्य है।
शहर में करीब 250 होटल, मात्र चार के पास है फायर एनओसी
fire noc: देवघर शहर में करीब 250 से अधिक होटल, विवाह भवन, रेस्टोरेंट आदि संचालित हैं। किंतु मात्र चार बड़े होटलों के पास ही फायर एनओसी है। वहीं, छह होटलों ने फायर एनओसी के लिए ऑनलाइन आवेदन कर एडवाइजरी प्राप्त किया है। किंतु बाकी होटल, लॉज, विवाह भवनों व रेस्टोरेंट संचालकों ने फायर एनओसी के लिए आवेदन भी नहीं किया है। मार्च में नगर निगम व अग्निशमन विभाग ने संयुक्त रूप से भ्रमण कर करीब 30 होटलों को नोटिस जारी कर फायर एनओसी लेने के लिए निर्देश दिया था. किंतु किसी ने उक्त नोटिस को गंभीरता से लिया ही नहीं।
शहर में 10 मॉल, दो ने ही लिया एनओसी व दो को मिला एडवाइजरी
fire noc: शहर में करीब 10 बड़े मॉल चल रहे हैं। प्राय: सभी बड़े मॉल बिना फायर एनओसी के ही चल रहे हैं। अग्निशमन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, शहर के सिर्फ दो मॉल के पास फायर की एनओसी है। वहीं, दो मॉल वाले ने ऑनलाइन आवेदन कर फायर एनओसी के लिये एडवाइजरी ली है। किंतु बाकी मॉल वालों ने एनओसी के लिए आवेदन भी नहीं किया है।
50 से अधिक अपार्टमेंट हैं शहर में मात्र 15 ने प्राप्त की है एडवाइजरी
fire noc: देवघर शहर के विभिन्न इलाकों में 50 से अधिक अपार्टमेंट हैं। प्राय: सभी अपार्टमेंट में 40 से 50 परिवार भी रहते हैं। वहीं कई अपार्टमेंट का शहर में निर्माण कार्य भी चल रहा है। अग्निशमन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मात्र 15 अपार्टमेंट वालों ने फायर एनओसी के लिए ऑनलाइन आवेदन कर एडवाइजरी प्राप्त की है। बाकी अपार्टमेंट वालों ने फायर एनओसी के लिए आवेदन करना भी उचित नहीं समझा है।
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