तमिलनाडु के कांचीपुरम के किल्लूर गांव में झारखंड के प्रवासी मजदूरों के फंसे होने तथा चेन्नई के कुछ स्थानों से संबंधित वीभत्स वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने की घटना को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मामले में त्वरित संज्ञान लेते हुए गृह विभाग तथा श्रम, नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग के अधिकारियों को मजदूरों को सकुशल वापस लाने का आदेश दिया है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने निर्देश दिया है कि संबंधित मामले की जांच कर एवं संबंधित विभाग के पदाधिकारियों से संपर्क स्थापित कर प्रवासी मजदूरों का भुगतान कराते हुए उनको सकुशल वापस अपने राज्य लाया जाए।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश के बाद झारखंड पुलिस ने राज्य पुलिस के वरीय एवं कनीय पुलिस पदाधिकारी तथा श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग ने पदाधिकारियों और राज्य प्रवासी कंट्रोल रूम की सम्मिलित टीम को शुक्रवार को चेन्नई के लिए रवाना किया।
झारखंड राज्य पुलिस की ओर से डीआइजी तमिलवानन, डीएसपी शमशाद सम्सी, एसआइ खूबलाल सा, एसआइ दीपक कुमार तथा श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग की ओर से संयुक्त श्रम आयुक्त राकेश प्रसाद, श्रम अधीक्षक अभिषेक वर्मा, एसआरएमआइ के प्रतिनिधि आकाश कुमार, राज्य प्रवासी कंट्रोल रूम की प्रतिनिधि शिखा लकड़ा को प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित लाने की जिम्मेदारी दी गई है।
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