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hemant soren bail: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भूमि घोटाला मामले में हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है। सोरेन के वकील अरुणाभ चौधरी ने बताया, “जमानत मंजूर कर ली गई है। कोर्ट ने प्रथम दृष्टया पाया कि हेमंत सोरेन दोषी नहीं हैं और जमानत पर रहते हुए उनके अपराध करने की कोई संभावना नहीं है।” इस समय उनके खिलाफ कोई अन्य मामले नहीं हैं, इसलिए सोरेन जल्द ही रिहा हो सकते हैं।

hemant soren bail: जमानत की शर्तें

जमानत दो 50,000 रुपये की जमानत राशि पर दी गई है। हेमंत सोरेन को 31 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। ईडी ने उन पर रांची में 8.86 एकड़ भूमि को फर्जी लेनदेन और जाली दस्तावेजों के माध्यम से हड़पने का आरोप लगाया है, जिसकी कीमत करोड़ों में है।

आरोप और गिरफ्तारी

hemant soren bail: हेमंत सोरेन ने इन आरोपों को बार-बार खारिज किया है और आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उनकी गिरफ्तारी को लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले एक षड्यंत्र के तहत किया था, ताकि विपक्ष को कमजोर किया जा सके।

hemant soren bail: अदालती प्रक्रियाएं

इससे पहले, रांची की विशेष अदालत ने हेमंत सोरेन को जमानत देने से इंकार कर दिया था। इसके बाद, हाई कोर्ट ने भी उनकी गिरफ्तारी को खारिज करने की याचिका को अस्वीकार कर दिया। कोर्ट ने कहा कि गिरफ्तारी और रिमांड के लिए पर्याप्त दस्तावेज हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी अंतरिम जमानत देने से इंकार कर दिया था, जिसे हेमंत सोरेन ने अपने पार्टी के लिए चुनाव प्रचार के लिए मांगा था।

सुप्रीम कोर्ट में अपील

hemant soren bail: सुप्रीम कोर्ट ने हेमंत सोरेन को चुनाव प्रचार के लिए अंतरिम जमानत देने से इंकार कर दिया था, जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब नीति घोटाले में ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने पर अंतरिम जमानत दी गई थी। इस घटना ने हेमंत सोरेन के चुनाव प्रचार में बाधा डाली।

hemant soren bail: उच्च न्यायालय का फैसला

हाल ही में हाई कोर्ट ने हेमंत सोरेन की जमानत याचिका को मंजूर किया है। हाई कोर्ट ने पाया कि हेमंत सोरेन प्रथम दृष्टया दोषी नहीं हैं और जमानत पर रहते हुए उनके अपराध करने की कोई संभावना नहीं है।

जमानत के बाद की स्थिति

hemant soren bail: अब, हेमंत सोरेन को रिहा किए जाने की प्रक्रिया शुरू होगी और वे अपने राजनीतिक करियर को पुनः पटरी पर लाने का प्रयास करेंगे। इस मामले में आगे की सुनवाई जारी रहेगी और न्यायिक प्रक्रिया के तहत मामले का निपटारा होगा।

hemant soren bail: राजनीतिक प्रतिक्रिया

हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी और जमानत पर राजनीतिक हलकों में मिश्रित प्रतिक्रियाएं आई हैं। कुछ लोगों ने इसे न्याय की जीत बताया है, जबकि अन्य ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है। हेमंत सोरेन के समर्थकों ने उनके समर्थन में कई रैलियां और प्रदर्शन भी किए हैं।

निष्कर्ष

hemant soren bail: इस घटना ने झारखंड की राजनीति में एक नई दिशा दी है और आने वाले दिनों में इस मामले से जुड़े और भी कई महत्वपूर्ण घटनाक्रम देखने को मिल सकते हैं। हेमंत सोरेन की जमानत के बाद अब वे अपनी पार्टी और राज्य की राजनीति में फिर से सक्रिय भूमिका निभा सकेंगे।

इस प्रकार, भूमि घोटाला मामले में हेमंत सोरेन की जमानत ने झारखंड की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ ला दिया है और आगे की न्यायिक प्रक्रिया के दौरान और भी रोचक मोड़ देखने को मिल सकते हैं।

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