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Hemant Soren statement in Assembly: आंसू नहीं बहाऊंगा, 31 जनवरी देश के इतिहास में काला दिन चंपाई सोरेन की सरकार का मुख्यमंत्री बनने पर हेमंत सोरेन का बड़ा बयान

तिथि: 31 जनवरी, 2024: झारखंड विधानसभा में नई सरकार का मुख्यमंत्री चुने जाने पर चंपाई सोरेन ने अपने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ तेज आक्रमण किया है। 31 जनवरी को हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बारे में बात करते हुए, हेमंत सोरेन ने कहा, “मैं आंसू नहीं बहाऊंगा, आंसू वक्त के लिए रखूंगा।”

Hemant Soren statement in Assembly: विवाद का केंद्र

विधानसभा में तेज बहस के बीच हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी को देश के इतिहास में काला दिन माना जाएगा। इस अद्भुत बयान के साथ, उन्होंने राजभवन पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं और ऐतिहासिक क्षण को बताया है।

गिरफ्तारी का सिलसिला

Hemant Soren statement in Assembly: हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी का कारण उनकी क्रिमिनल याचिका है, जिसके खिलाफ उन्होंने हाईकोर्ट में जवाब दाखिल किया है। उनकी ओर से दाखिल की गई याचिका पर सुनवाई 12 फरवरी को होगी।

Hemant Soren statement in Assembly: कार्रवाई का राजनीतिक दृष्टिकोण

कार्रवाई के पीछे राजनीतिक दृष्टिकोण को लेकर हेमंत सोरेन ने कहा, “ये राजनीति से प्रेरित है, झारखंड की सरकार को अस्थि ही राजनीतिक विद्वेष के तहत यह कार्रवाई केंद्र सरकार के इशारे पर हुई है।”

हाईकोर्ट का आदेश

Hemant Soren statement in Assembly: झारखंड हाईकोर्ट ने ईडी को 9 फरवरी तक जवाब दाखिल करने के लिए कहा है और नई सुनवाई की तारीख 12 फरवरी को मुकर्रर की गई है।

हेमंत सोरेन का बयान

हेमंत सोरेन ने अपने बयान में कहा, “आदिवासी, दलित, पिछड़ों के आंसू का कोई मोल नहीं है। वक्त आने पर हम इनके एक-एक सवाल का जवाब देंगे और उनके षड्यंत्रों का भी समर्थन करेंगे।”

Hemant Soren statement in Assembly: राज्य की दुर्दशा पर नजर

हेमंत सोरेन ने राज्य की दुर्दशा पर भी बोला और कहा, “दुर्भाग्य है इस राज्य का कि तथाकथित हमारे राज्य के कुछ लोग जो ऐसी सामंती विचारधारा के लोगों के चरणों छुप गए हैं, उनकी सेवा और पूजा-अर्चना में लगे हैं।”

निष्कर्ष

Hemant Soren statement in Assembly: झारखंड विधानसभा में हेमंत सोरेन के बड़े बयान ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। उनकी गिरफ्तारी और उसके पीछे राजनीतिक खेलने की दुगनी चर्चा हो रही है। यह हमें यह सिखाता है कि राजनीतिक दलों के बीच टकराव और इसका समाधान कैसे होता है। हेमंत सोरेन का आगे क्या कदम है, इसका हम सब बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

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