hmpv virus: बढ़ते निमोनिया के मामलों के बीच जरूरी सावधानियां
hmpv virus (ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस) के संदिग्ध मामलों के साथ-साथ निमोनिया के रोगियों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। लेकिन, फिलहाल हमारे प्रदेश में hmpv virus की जांच शुरू नहीं हो पाई है।
हालांकि, रांची स्थित रिम्स (राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) में जांच किट पहुंच चुकी हैं और जल्द ही जांच शुरू होने की उम्मीद है। आइए, इस समस्या के कारण, लक्षण और संभावित समाधान पर विस्तार से चर्चा करते हैं।
hmpv virus: क्या है और यह क्यों चिंता का विषय है?
hmpv virus एक ऐसा वायरस है जो मुख्य रूप से बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्तियों को प्रभावित करता है। यह गले और फेफड़ों तक सीमित रहता है, लेकिन निमोनिया और श्वसन संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है।
रिम्स के निदेशक डॉ. राजकुमार के अनुसार, “यह वायरस कोरोना जितना खतरनाक नहीं है, लेकिन कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के लिए जोखिम बढ़ा सकता है।”
आंकड़ों पर नजर
- निमोनिया दुनियाभर में 5 साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु का एक प्रमुख कारण है।
- WHO के अनुसार, निमोनिया हर साल लगभग 8 लाख बच्चों की जान लेता है।
- कमजोर फेफड़ों वाले मरीजों में यह संक्रमण तेजी से फैलता है।
hmpv virus: जांच की मौजूदा स्थिति
अभी तक hmpv virus की जांच के लिए प्रदेश में कोई व्यापक सुविधा उपलब्ध नहीं है। रांची के रिम्स और सदर अस्पताल में न तो सैंपल लिया जा रहा है और न ही जांच हो रही है। हालांकि, रिम्स में 50 जांच किट आ चुकी हैं और जल्द ही जांच शुरू की जाएगी।
निजी लैब की स्थिति
निजी लैब्स में भी फिलहाल hmpv virus की जांच नहीं हो रही है। यह लैब्स अगले एक-दो दिनों में जांच सुविधा शुरू करने का दावा कर रही हैं।
कौन-कौन से मरीज प्राथमिकता में?
डॉ. राजकुमार के मुताबिक, “फिलहाल गंभीर मरीजों की जांच प्राथमिकता पर होगी। इनमें वे मरीज शामिल हैं जिन्हें:
- क्रॉनिक डिजीज है,
- सांस की गंभीर समस्या है,
- फेफड़ों का संक्रमण है।”
hmpv virus और निमोनिया के लक्षण
निमोनिया, जो कि फेफड़ों का संक्रमण है, के लक्षण अक्सर ठंड के मौसम में ज्यादा देखे जाते हैं।
प्रमुख लक्षण:
- बुखार और खांसी
- सांस लेने में कठिनाई
- हाथ, पैर और मुंह में नीलापन
- बहुत तेजी से सांस लेना
- सुस्ती या बेहोशी जैसा अनुभव होना
निमोनिया से जुड़ा खतरा:
डॉ. बी. कुमार बताते हैं कि जिन मरीजों को:
- हृदय रोग,
- दमा,
- सीओपीडी (क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज),
- किडनी की समस्या, या
- कैंसर है,
उन्हें निमोनिया का खतरा सामान्य व्यक्तियों से 6-7 गुना ज्यादा होता है।
hmpv virus: ठंड के मौसम में खतरा क्यों बढ़ता है?
ठंड के मौसम में निमोनिया और hmpv virus के मामलों में वृद्धि होना आम है। इसकी वजहें निम्नलिखित हो सकती हैं:
- व्यायाम की कमी: ठंड में लोग शारीरिक गतिविधियों को कम कर देते हैं।
- पानी कम पीना: पानी की कमी से शरीर में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
- सर्दी-जुकाम का नजरअंदाज करना: कई बार लोग इसे सामान्य ठंड मानकर लापरवाही बरतते हैं।
सुझाव:
- ठंड में गर्म कपड़े पहनें।
- नियमित व्यायाम करें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
- सर्दी-जुकाम को नजरअंदाज न करें।
hmpv virus और निमोनिया: बचाव के उपाय
निमोनिया और hmpv virus से बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:
1. स्वच्छता बनाए रखें
- हाथों को बार-बार साबुन से धोएं।
- खांसते और छींकते समय रूमाल या टिशू का उपयोग करें।
2. टीकाकरण करवाएं
- बच्चों और बुजुर्गों के लिए निमोनिया का टीका जरूर लगवाएं।
3. मजबूत इम्यूनिटी बनाए रखें
- पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें।
- विटामिन सी का सेवन बढ़ाएं।
4. डॉक्टर से नियमित जांच करवाएं
- किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें।
hmpv virus: मेरा अनुभव
मुझे खुद ठंड के मौसम में सांस लेने में तकलीफ का सामना करना पड़ा है। जब मैंने डॉक्टर से परामर्श लिया, तो उन्होंने मुझे निमोनिया की संभावना के बारे में बताया। मैंने नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य की जांच करवाई और अब मैं पूरी तरह स्वस्थ हूं। इसलिए, मैं आपको सलाह देता हूं कि कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
निष्कर्ष
hmpv virus और निमोनिया के बढ़ते मामलों के बीच हमें सतर्क रहने की जरूरत है। स्वच्छता बनाए रखना, ठंड में सावधानियां बरतना और किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करना बेहद जरूरी है। जांच किट की उपलब्धता से स्थिति में सुधार की उम्मीद है।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
1. hmpv virus क्या है?
hmpv virus एक ऐसा वायरस है जो गले और फेफड़ों को प्रभावित करता है। यह मुख्य रूप से बच्चों और बुजुर्गों में सांस संबंधी समस्याओं का कारण बनता है।
2. hmpv virus और निमोनिया में क्या संबंध है?
hmpv virus के कारण फेफड़ों में संक्रमण हो सकता है, जो निमोनिया का कारण बन सकता है।
3. hmpv virus की जांच कहां कराई जा सकती है?
फिलहाल, रांची के रिम्स में इसकी जांच की सुविधा शुरू की जा रही है। निजी लैब भी जल्द जांच शुरू करेंगी।
4. निमोनिया से बचने के लिए क्या करें?
स्वच्छता का ध्यान रखें, नियमित व्यायाम करें और किसी भी लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
यह भी पढ़े
2 comments