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jharkhand ka mausam: साइक्लोनिक और डिप्रेशन से भारी बारिश

jharkhand ka mausam
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jharkhand ka mausam: झारखंड में लो प्रेशर, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और डिप्रेशन के कारण हुई भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। राजधानी रांची में बारिश के बाद कई गलियां जलमग्न हो गईं। दुमका जिले के बासुकिनाथ में रेल पटरी जलमग्न हो गई, जिससे ट्रेन सेवाएं बाधित हो गईं। वहीं, रांची के एक इलाके में 100 से अधिक घरों में बारिश का पानी घुस गया।

मौसम वैज्ञानिकों का अलर्ट: झारखंड में डिप्रेशन में तब्दील होगा निम्न दबाव और चक्रवात

jharkhand ka mausam: मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि पश्चिम बंगाल और उससे सटे झारखंड में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन का क्षेत्र है, जो जल्द ही पश्चिम-पश्चिमोत्तर की ओर बढ़ेगा और अगले 24 घंटे में इसके झारखंड और उससे सटे इलाकों में डिप्रेशन में तब्दील होने की संभावना है।

jharkhand ka mausam: बंगाल की खाड़ी की तरफ बढ़ रहा मानसून ट्रफ

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के रांची स्थित मौसम केंद्र के प्रमुख ने कहा कि समुद्र तल से एक मानसून ट्रफ बीकानेर, सीकर, ग्वालियर, सीधी की ओर बढ़ रहा है। लो प्रेशर एरिया का केंद्र पश्चिम बंगाल का गांगेय क्षेत्र और उससे सटे झारखंड से होते हुए सागरद्वीप और फिर दक्षिण पूर्व की ओर होते हुए बंगाल की खाड़ी के पूर्वोत्तर की तरफ बढ़ रहा है।

झारखंड में भारी बारिश की चेतावनी: 4 अगस्त तक अलर्ट जारी

jharkhand ka mausam: मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि मौसम केंद्र ने 4 अगस्त तक के लिए अलर्ट जारी किया है। 2 अगस्त के लिए रेड अलर्ट, 3 अगस्त के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट, और 4 अगस्त के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि 2 अगस्त को राजधानी रांची के साथ-साथ गढ़वा, पलामू, चतरा, लातेहार, लोहरदगा, हजारीबाग और गुमला जिलों में कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश होने की संभावना है।

jharkhand ka mausam: रांची में तड़के शुरू हुई मूसलाधार बारिश

2 अगस्त को राजधानी रांची में तड़के बारिश शुरू हुई और लगातार बारिश होती रही। रांची के दीपाटोली से सटे न्यू बांधगाड़ी में 100 से ज्यादा घरों में बारिश का पानी घुस गया। शहर की गलियों और सड़कों पर पानी का प्रवाह ऐसा था, मानो यह कोई सड़क नहीं, बल्कि नदी हो।

दुमका के बासुकिनाथ में रेल पटरी जलमग्न

jharkhand ka mausam: दुमका जिले के प्रसिद्ध बासुकिनाथ में भी शुक्रवार को मूसलाधार बारिश हुई। इसकी वजह से सुबह 10 बजे ही रेल पटरियां जलमग्न हो गईं। श्रावणी मेला की वजह से काफी संख्या में लोग ट्रेन से यहां आते हैं और फौजदारी बाबा बासुकिनाथ को जलार्पण करते हैं। रेल पटरियां जलमग्न होने के कारण इस रूट पर ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा।

jharkhand ka mausam: 3 अगस्त को इन जिलों में होगी भारी बारिश

मौसम विभाग ने कहा है कि 3 अगस्त को कोडरमा, गिरिडीह, बोकारो, रामगढ़, रांची, खूंटी और सिमडेगा में कुछ जगहों पर बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। वहीं, देवघर और जामताड़ा जिले में कई जगहों पर भारी वर्षा हो सकती है। 4 अगस्त को गढ़वा, पलामू, चतरा और लातेहार में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना जताई गई है।

मौसम विभाग की सलाह

jharkhand ka mausam: मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे आवश्यक सावधानी बरतें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। जलमग्न इलाकों में जाने से बचें और मौसम की ताजा जानकारी के लिए मौसम विभाग की वेबसाइट या अन्य विश्वसनीय स्रोतों से संपर्क बनाए रखें।

jharkhand ka mausam: निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा

लगातार हो रही भारी बारिश से निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे निचले इलाकों में न जाएं और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें। आवश्यकतानुसार राहत और बचाव कार्य किए जा रहे हैं।

पर्यावरण विशेषज्ञों की राय

jharkhand ka mausam: पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन और अनियंत्रित शहरीकरण के कारण ऐसे मौसम की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए दीर्घकालिक योजनाओं और उपायों की आवश्यकता पर जोर दिया है।

झारखंड में हो रही भारी बारिश ने एक बार फिर से जलवायु परिवर्तन के खतरों को उजागर किया है। स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करते हुए, हमें इस मुश्किल समय का सामना करना होगा और साथ ही भविष्य के लिए अधिक सतर्क और तैयार रहना होगा।

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2 thoughts on “jharkhand ka mausam: साइक्लोनिक और डिप्रेशन से भारी बारिश”

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