झामुमो ने गवर्नर हाउस में लगाई RTI, चुनाव आयोग द्वारा भेजी गयी चिट्ठी की मांग की
JMM files RTI in Governor’s House, demands letter sent by Election Commission :
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) द्वारा झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस को राज्यपाल से मिलने के बावजूद उनके अनुरोध को स्वीकार करने में विफल रहने के बाद पत्र का कंटेंट जानने के लिए सूचना का अधिकार (आरटीआई) अधिनियम का प्रयोग किया है। झामुमो महासचिव विनोद कुमार पांडेय के हस्ताक्षर से आरटीआई का प्रयोग किया गया है। उन्होंने अधिनियम का प्रयोग करते हुए राज्यपाल सचिवालय के जन सूचना अधिकारी को दिए गए आवेदन की प्रति भी साझा की है।यह अभ्यास राज्यपाल रमेश बैस द्वारा राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) में कार्यक्रम के दौरान हल्के-फुल्के अंदाज में चुनाव आयोग द्वारा भेजी गई कंटेंट को साझा करने में असमर्थता व्यक्त करने के ठीक 15 दिनों बाद किया गया है, जिसमें कहा गया है कि “लिफाफा इतना चिपका है कि खुल नहीं रहा है (लिफाफा) इतना अटका हुआ है कि खुल नहीं रहा है)”।मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़े लाभ के पद के मुद्दे पर राज्यपाल की राय मांगने के बाद चुनाव आयोग ने 25 अगस्त को अपनी राय भेजी थी। राय मांगी गई थी जब भाजपा विधायक दल के प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने राज्यपाल के समक्ष मुख्यमंत्री द्वारा व्यक्तिगत लाभ के लिए आधिकारिक पद के दुरुपयोग के संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी।
JMM files RTI in Governor’s House, demands letter sent by Election Commission :














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