Maktab e Mohammadi Education: राजधानी रांची के स्लम बस्ती चिस्तीया नगर इलाके में एक अनूठी शैक्षणिक सुविधा, मकतब ए मोहम्मदी शिक्षा केंद्र का उद्घाटन किया गया। इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य कुरान की शिक्षा (मकतब) देना है। यह केंद्र सीखने के एक प्रकाश स्तंभ के रूप में खड़ा है, जो विभिन्न पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए शैक्षणिक उत्कृष्टता और इस्लामी मूल्यों दोनों को बढ़ावा देता है।
Maktab e Mohammadi Education: कुरान की शिक्षा का महत्व
मकतब ए मोहम्मदी शिक्षा केंद्र में छात्रों को कुरान की तिलावत, नज़रा, तजवीद, उर्दू भाषा, हिफ़्ज़ (कुरान याद करना) की शिक्षा दी जाएगी। यहाँ असर की नमाज़ के बाद से शुरू होकर मगरिब की नमाज के बाद ईशा की नमाज़ तक कुरान की शिक्षा दी जाएगी। इस्लामी शिक्षा के साथ-साथ, यह केंद्र छात्रों को जीवन के अन्य महत्वपूर्ण कौशलों में भी निपुण बनाएगा।
उद्घाटन समारोह
Maktab e Mohammadi Education: मुख्य अतिथि पूर्व पार्षद मोहम्मद सलाउद्दीन उर्फ़ संजू ने मकतब के फीता काटकर उद्घाटन किया और अपनी खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह केंद्र छात्रों के लिए एक बेहतरीन अवसर है जहां वे दीन और दुनिया दोनों की तालीम हासिल कर सकते हैं। सलाउद्दीन ने चिस्तीया नगर कमिटी द्वारा जगह उपलब्ध कराने के प्रयासों की सराहना की और कहा कि यह जगह छात्रों के लिए हमेशा खुली रहेगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यहां दी जाने वाली शिक्षा से आने वाली नस्लें तालीम याफ्ता होंगी।
Maktab e Mohammadi Education: चिस्तिया फाउंडेशन के सदस्य
इस मौके पर चिश्तिया फाउंडेशन के सदर मोहम्मद इरफान अहमद, नायब सदर सन्नी खान, सचिव नसीम उर्फ छोटू, कोषाध्यक्ष मोहम्मद अख्तर और जफर आलम उर्फ राजा समेत चिस्तिया नगर के तमाम एक्टिव मेंबर मौजूद थे। उन्होंने इस केंद्र के उद्घाटन पर अपनी खुशी जाहिर की और इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
Maktab e Mohammadi Education: मकतब ए मोहम्मदी की विशेषताएँ
- शैक्षणिक उत्कृष्टता: मकतब ए मोहम्मदी शिक्षा केंद्र का मुख्य उद्देश्य शैक्षणिक उत्कृष्टता और इस्लामी मूल्यों को बढ़ावा देना है। यह केंद्र छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली इस्लामी शिक्षा प्रदान करेगा।
- समय-सारणी: यहाँ असर की नमाज़ के बाद से शुरू होकर मगरिब की नमाज के बाद ईशा की नमाज़ तक शिक्षा दी जाएगी। यह समय-सारणी छात्रों के लिए बेहद अनुकूल है, जिससे वे अपनी धार्मिक जिम्मेदारियों के साथ-साथ शिक्षा भी ग्रहण कर सकें।
- शिक्षण की विधियाँ: मकतब ए मोहम्मदी में कुरान की तिलावत, नज़रा, तजवीद, उर्दू भाषा, हिफ़्ज़ (कुरान याद करना) की शिक्षा दी जाएगी। यह शिक्षण विधियाँ छात्रों को कुरान की गहन समझ और उर्दू भाषा में निपुण बनाएगी।
सामुदायिक समर्थन
Maktab e Mohammadi Education: चिस्तीया नगर कमिटी और चिश्तिया फाउंडेशन के सदस्य इस केंद्र की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने इस मकतब के लिए जगह उपलब्ध कराने के प्रयास किए हैं, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि छात्रों को एक सुरक्षित और अनुकूल वातावरण में शिक्षा प्राप्त हो।
Maktab e Mohammadi Education: शिक्षा का व्यापक प्रभाव
मकतब ए मोहम्मदी शिक्षा केंद्र का उद्घाटन चिस्तीया नगर के निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। यह केंद्र न केवल धार्मिक शिक्षा प्रदान करेगा बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक विकास को भी बढ़ावा देगा। यह छात्रों को इस्लामी मूल्यों और आधुनिक ज्ञान दोनों में प्रशिक्षित करेगा, जिससे वे समाज में एक प्रभावशाली भूमिका निभा सकें।
समर्पित प्रयास
Maktab e Mohammadi Education: चिस्तीया नगर के एक्टिव मेंबरों का समर्पण और प्रतिबद्धता इस केंद्र की स्थापना में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। उन्होंने सामूहिक प्रयासों से इस मकतब की स्थापना की है और इसे सफल बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं।
Maktab e Mohammadi Education: भविष्य की योजनाएं
चिस्तीया नगर कमिटी और चिश्तिया फाउंडेशन की योजना है कि भविष्य में और भी शैक्षणिक कार्यक्रमों और सुविधाओं को इस केंद्र में शामिल किया जाए। इससे छात्रों को और अधिक अवसर प्राप्त होंगे और वे समाज में एक सकारात्मक योगदान दे सकेंगे।
समापन
Maktab e Mohammadi Education: मकतब ए मोहम्मदी शिक्षा केंद्र का उद्घाटन चिस्तीया नगर के निवासियों के लिए एक गर्व का विषय है। यह केंद्र न केवल धार्मिक शिक्षा प्रदान करेगा बल्कि छात्रों को जीवन के अन्य महत्वपूर्ण कौशलों में भी प्रशिक्षित करेगा। इस पहल से चिस्तीया नगर के निवासियों को शिक्षा के क्षेत्र में एक नई दिशा मिलेगी और उनकी आने वाली नस्लें तालीम याफ्ता होंगी।
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