Palash Herbal Gulal: झारखंड की ग्रामीण महिलाओं ने शुरू की प्राकृतिक गुलाल की बिक्री

Palash Herbal Gulal
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मैं आज आपको झारखंड की एक बहुत ही खास पहल के बारे में बताने जा रहा हूं, जो होली के त्योहार को और भी रंगीन बना रही है। यह पहल है Palash Herbal Gulal की, जिसे झारखंड की ग्रामीण महिलाएं बना रही हैं और बेच रही हैं। आइए, इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।


Palash Herbal Gulal: क्या है यह पहल?

Palash Herbal Gulal झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रोमोशन सोसाइटी (JSLPS) के तहत चलाई जा रही एक पहल है। इसके तहत ग्रामीण महिलाएं प्राकृतिक सामग्री से गुलाल बना रही हैं। यह गुलाल न केवल पर्यावरण के लिए अच्छा है, बल्कि त्वचा के लिए भी पूरी तरह सुरक्षित है।

“यह गुलाल सिर्फ रंग नहीं है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक आजादी का प्रतीक है।”


Palash Herbal Gulal: कहां हो रही है बिक्री?

इस साल 9 से 13 मार्च 2025 तक झारखंड के कई जिलों में Palash Herbal Gulal की प्रदर्शनी और बिक्री स्टॉल लगाए गए हैं। इनमें रांची, हजारीबाग, पलामू, चतरा, रामगढ़, खूंटी और लोहरदगा जिले शामिल हैं।

रांची में यह स्टॉल निम्नलिखित जगहों पर लगाए गए हैं:

  1. एफएफपी भवन
  2. सचिवालय (धुर्वा)
  3. झारखंड उच्च न्यायालय परिसर
  4. रांची मॉल
  5. न्यूक्लियस मॉल
  6. स्प्रिंग सिटी मॉल (हिनू)
  7. डोरंडा बाजार
  8. अटल वेंडर मार्केट
  9. रिलायंस मॉल (कांके रोड)
  10. मोराबादी मैदान

Palash Herbal Gulal: कैसे बनता है यह गुलाल?

इस गुलाल को बनाने के लिए ग्रामीण महिलाएं प्राकृतिक सामग्री का इस्तेमाल करती हैं। जैसे:

  • हरे रंग के लिए पालक
  • गुलाबी रंग के लिए चुकंदर
  • पीले और नारंगी रंग के लिए पलाश और हल्दी
  • नीले रंग के लिए सिंद्धार के फूल

इसके अलावा, गुलाल को सुगंधित बनाने के लिए प्राकृतिक एसेंस का भी इस्तेमाल किया जाता है।


Palash Herbal Gulal: ग्रामीण महिलाओं के लिए आर्थिक सहारा

इस पहल से हजारों ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक मदद मिल रही है। JSLPS की सीईओ कंचन सिंह ने कहा है, “पलाश ब्रांड के जरिए हम ग्रामीण महिलाओं के उत्पादों को बाजार तक पहुंचा रहे हैं। इससे उनकी आमदनी बढ़ रही है और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा मिल रहा है।”

इस साल 100 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं, जहां Palash Herbal Gulal के साथ-साथ रागी लड्डू, हैंडमेड चॉकलेट और कुकीज़ जैसे उत्पाद भी बेचे जा रहे हैं।


Palash Herbal Gulal: क्यों है खास?

  1. प्राकृतिक और सुरक्षित: इसमें किसी भी तरह के रसायन का इस्तेमाल नहीं किया गया है।
  2. पर्यावरण के अनुकूल: यह गुलाल पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाता।
  3. ग्रामीण महिलाओं की आय: इससे हजारों महिलाओं को रोजगार मिल रहा है।

Palash Herbal Gulal: कैसे खरीदें?

अगर आप भी इस प्राकृतिक गुलाल को खरीदना चाहते हैं, तो नजदीकी पलाश मार्ट या होली स्पेशल डिस्प्ले स्टॉल पर जाएं। यह गुलाल पांच वैरायटी में उपलब्ध है।


Palash Herbal Gulal: FAQs (सवाल-जवाब)

1. Palash Herbal Gulal कहां मिलेगा?

यह गुलाल झारखंड के प्रमुख शहरों और जिलों में लगाए गए स्टॉल पर मिलेगा।

2. यह गुलाल कितने रंगों में उपलब्ध है?

यह गुलाल पांच रंगों में उपलब्ध है: हरा, गुलाबी, पीला, नारंगी और नीला।

3. क्या यह गुलाल त्वचा के लिए सुरक्षित है?

हां, यह गुलाल पूरी तरह प्राकृतिक है और त्वचा के लिए सुरक्षित है।


Palash Herbal Gulal: निष्कर्ष

Palash Herbal Gulal न केवल होली के रंगों को प्राकृतिक बना रहा है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त भी बना रहा है। इस साल 9 से 13 मार्च तक झारखंड के कई जिलों में इसकी बिक्री हो रही है।

“आइए, इस होली हम सभी Palash Herbal Gulal की खरीदारी कर इन ग्रामीण महिलाओं का हौसला बढ़ाएं!”

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