Sarhul Jharkhand: आपत्तिजनक झांकी निकालने पर 26 लोगों पर केस
Sarhul Jharkhand: रांची में सरहुल जुलूस के दौरान केंद्रीय सरना समिति की आपत्तिजनक झांकी पर आचार संहिता का मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में 26 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है। इसे जानने के लिए पढ़िए आगे…
केंद्रीय सरना समिति की झांकी पर मामला
Sarhul Jharkhand: रांची की राजधानी में सरहुल जुलूस के दौरान केंद्रीय सरना समिति ने आपत्तिजनक झांकी निकाली थी, जिसके बारे में जिला प्रशासन ने आचार संहिता का मामला दर्ज किया है।
Sarhul Jharkhand: मामले में प्रमुख नाम
केस में 26 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है, जिसमें केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष और अन्य सदस्यों का नाम शामिल है।
झांकी का संदेश
Sarhul Jharkhand: झांकी में लिखा गया था कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जेल में दिखाया जाता है, जिससे सम्बंधित कार्यक्रम में राजनीतिक वातावरण बढ़ावा दिया जा रहा है।
Sarhul Jharkhand: प्राथमिकी में कार्रवाई
आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में कोटवाली थाना में कार्रवाई कराई गयी है, जिसमें केंद्रीय सरना समिति के प्रमुख व अन्य सदस्यों का नामजद बनाया गया है।
झारखंड की शोभायात्रा
Sarhul Jharkhand: प्रकृति पर्व सरहुल की भव्य शोभायात्रा का वर्णन करते हुए, यहां आपको प्रकृति की सुंदरता और आदिवासी परंपराओं का सम्मान मिलता है।
Sarhul Jharkhand: शोभायात्रा की खासियतें
इस शोभायात्रा में सबसे खास बात थी उसमें आदिवासी छात्र संघ के मंच पर मौजूद मनोज उरांव का प्रवचन। उन्होंने लोगों को धार्मिक और राजनीतिक संदेश दिया।
शोभायात्रा का आकर्षण
Sarhul Jharkhand: सरहुल की शोभायात्रा में आदिवासी परंपराओं का दिखावा किया गया और लोगों ने उसे बड़ी उमंग और धूमधाम से मनाया।
Sarhul Jharkhand: सामाजिक संदेश
Sarhul Jharkhand: इस शोभायात्रा के माध्यम से समाज को धर्म, संस्कृति और विकास के संदेश मिले। यह आदिवासी समाज की संप्रेषण शक्ति को भी प्रकट करता है।
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