hari om tower – झारखंड की राजधानी रांची से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। मरवाड़ी कॉलेज, रांची के एक छात्र अंकित ने हरि ओम टावर से कूदकर अपनी जान दे दी। यह घटना शनिवार की रात लालपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित हरि ओम टावर पर घटित हुई।
hari om tower: घटना का विवरण
अंकित, जो बी.कॉम के छात्र थे और पंडरा इलाके के निवासी थे, ने देर रात को हरि ओम टावर से कूदकर आत्महत्या कर ली। अंकित मूल रूप से लातेहार जिले के रहने वाले थे। इस दुखद घटना ने उनके परिवार और दोस्तों को गहरे सदमे में डाल दिया है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
hari om tower: घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, शव को पोस्टमार्टम के बाद रविवार को परिवार को सौंप दिया जाएगा। पुलिस ने बताया कि अंकित की जेब से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है।
सुसाइड नोट में लिखे गए संदेश
सुसाइड नोट में अंकित ने लिखा है कि वे लंबे समय से परेशान थे और उन्हें कोई रास्ता नहीं दिख रहा था। नोट में यह भी उल्लेख किया गया है कि उनकी आत्महत्या के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। अंकित ने अपने परिवार से अपनी दादी की देखभाल करने और अच्छे से जीवन जीने की अपील की है।
आत्महत्या का कारण
hari om tower: पुलिस के अनुसार, अंकित काफी समय से मानसिक तनाव में थे। उनके दोस्तों और परिवार ने भी उनकी इस हालत के बारे में बताया था, लेकिन किसी को भी यह अंदाजा नहीं था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेंगे।
hari om tower: परिवार और दोस्तों की प्रतिक्रिया
अंकित के परिवार और दोस्तों में इस घटना के बाद शोक की लहर दौड़ गई है। सभी लोग इस घटना से सदमे में हैं और समझ नहीं पा रहे हैं कि अंकित ने ऐसा क्यों किया। परिवार का कहना है कि अंकित एक होनहार छात्र था और उसके पास भविष्य के लिए कई योजनाएं थीं।
मानसिक स्वास्थ्य और इसके प्रभाव
hari om tower: यह घटना मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को एक बार फिर से उजागर करती है। समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की कमी के कारण कई लोग अपनी समस्याओं को व्यक्त नहीं कर पाते और ऐसे कड़े कदम उठा लेते हैं। इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना अत्यंत आवश्यक है।
hari om tower: सरकार और प्रशासन की भूमिका
सरकार और प्रशासन को चाहिए कि वे मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाएं और मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को लोगों तक आसानी से पहुंचाने की कोशिश करें। इसके अलावा, स्कूल और कॉलेजों में भी छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए काउंसलिंग सेवाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
निष्कर्ष
hari om tower: अंकित की आत्महत्या ने पूरे रांची शहर को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि हम अपने आसपास के लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें और अगर किसी को कोई परेशानी हो तो उसकी मदद करने की कोशिश करें। अंकित की आत्महत्या की इस घटना से सभी को सबक लेना चाहिए और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी चाहिए।
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