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Chano Patratu के पतरातू स्थित एलए गार्डन स्कूल के पास शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें कक्षा 2 के छात्र अमनदीप कुमार की कुएं में डूबने से मौत हो गई। यह हादसा सुबह 8:30 बजे के आसपास हुआ, जब स्कूल शुरू होने से पहले अमनदीप अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था।


घटना का विवरण: Chano Patratu में 10 वर्षीय छात्र की मौत

Chano Patratu में पतरातू निवासी रवि कुमार के दस वर्षीय बेटे अमनदीप कुमार ने सुबह 8:30 बजे स्कूल परिसर में प्रवेश किया। एलए गार्डन स्कूल की टाइमिंग सुबह 8:45 से शुरू होती है, जिसके चलते कई छात्र परिसर में मौजूद थे। अमनदीप, हालांकि, स्कूल के बाहर खेल रहा था।

खेलते समय वह स्कूल कैंपस से कुछ ही दूरी पर स्थित एक खुले कुएं के पास पहुंचा और फिसलकर उसमें गिर गया। यह कुआं स्कूल के आसपास खुले में था और इसे किसी भी प्रकार से ढका या सुरक्षित नहीं किया गया था।


Chano Patratu: हादसे के वक्त बच्चों ने शोर मचाया

जब अमनदीप कुएं में गिरा, तो उसके साथ खेल रहे बच्चों ने तुरंत शोर मचाना शुरू कर दिया। बच्चों की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए अमनदीप को कुएं से बाहर निकाला और उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाने की कोशिश की।

लेकिन, दुर्भाग्यवश, रास्ते में ही अमनदीप ने दम तोड़ दिया। इस घटना ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया।


Chano Patratu: स्कूल और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही

Chano Patratu में यह हादसा स्कूल प्रशासन और स्थानीय प्रबंधन की लापरवाही को उजागर करता है।

प्रमुख लापरवाही के बिंदु:

  1. कुआं असुरक्षित स्थिति में था: स्कूल के पास खुले में स्थित इस कुएं पर कोई कवर नहीं था, जिससे यह हादसा हुआ।
  2. स्कूल की समयसारिणी और निगरानी की कमी: स्कूल सुबह 8:45 पर शुरू होता है, लेकिन उससे पहले स्कूल परिसर में बच्चों की सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी।
  3. स्थानीय प्रशासन की अनदेखी: ग्रामीण क्षेत्रों में खुले कुएं की समस्या आम है, लेकिन इसके समाधान के लिए प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

Chano Patratu में माता-पिता की प्रतिक्रिया

अमनदीप के परिवार पर इस घटना का गहरा असर पड़ा है। उसकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है। अमनदीप अपने परिवार के दो बच्चों में सबसे छोटा था।

इस घटना ने स्थानीय अभिभावकों में भी आक्रोश पैदा किया है। कई माता-पिता ने स्कूल प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों की ओर से लापरवाही की ओर इशारा किया है। उनका कहना है कि स्कूल परिसर के आसपास बच्चों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाए जाने चाहिए।


Chano Patratu: ग्रामीण क्षेत्रों में खुले कुएं की समस्या

ग्रामीण क्षेत्रों, विशेष रूप से Chano Patratu जैसे इलाकों में, खुले कुएं एक आम समस्या हैं।

खुले कुएं से जुड़े आंकड़े और तथ्य:

  1. ग्रामीण भारत में 30% से अधिक जल स्रोत कुएं हैं।
  2. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, झारखंड में हर साल खुले कुएं में गिरने से 100 से अधिक दुर्घटनाएं होती हैं।
  3. झारखंड सरकार ने 2018 में कुएं को सुरक्षित बनाने के लिए योजना की शुरुआत की थी, लेकिन इसका कार्यान्वयन धीमा है।

Chano Patratu में ऐसे हादसों को रोकने के उपाय

अमनदीप की मौत ने Chano Patratu और आसपास के इलाकों में सुरक्षा उपायों की आवश्यकता को रेखांकित किया है।

सुझाव:

  1. कुओं को ढकने का अभियान: खुले कुओं को ढकने और उन्हें सुरक्षित बनाने के लिए सरकार और स्थानीय प्रशासन को कदम उठाने चाहिए।
  2. स्कूल परिसर की निगरानी: स्कूल प्रबंधन को स्कूल शुरू होने से पहले बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
  3. सुरक्षा जागरूकता: स्थानीय समुदाय और बच्चों को सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए।

Chano Patratu: क्या प्रशासन जिम्मेदार है?

यह घटना केवल एक हादसा नहीं है, बल्कि Chano Patratu में प्रशासनिक और प्रबंधकीय खामियों का नतीजा है।

  • प्रशासनिक जिम्मेदारी: खुले कुएं को बंद करवाने की जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की है।
  • स्कूल की भूमिका: स्कूल प्रबंधन को बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए थी।

निष्कर्ष: Chano Patratu की घटना ने सुरक्षा की ओर ध्यान दिलाया

Chano Patratu की इस घटना ने यह दिखा दिया है कि कैसे छोटी-छोटी लापरवाहियां बड़े हादसों का कारण बन सकती हैं। अमनदीप की मौत ने न केवल उसके परिवार को, बल्कि पूरे गांव को शोक में डाल दिया है।

यह जरूरी है कि प्रशासन, स्कूल प्रबंधन और स्थानीय समुदाय मिलकर ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं। इस घटना ने यह भी सिखाया कि सुरक्षा उपायों को नजरअंदाज करना किसी की जान ले सकता है।

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