Delhi Farmers Protest Update: किसानों ने फिर दिल्ली कूच किया
Delhi Farmers Protest Update में हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने 12 दिसंबर को दिल्ली कूच की तैयारी कर ली है। इस मुद्दे पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने दावा किया कि हरियाणा सरकार किसानों को सभी जरूरी सुविधाएं और उनकी फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदने की गारंटी दे रही है।
आइए, विस्तार से समझते हैं Delhi Farmers Protest Update और इसके कारणों के साथ-साथ हरियाणा सरकार और किसानों के बीच चल रही बातचीत की स्थिति।
Delhi Farmers Protest Update: शंभू और खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन
शंभू और खनौरी बॉर्डर से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं।
- किसानों का दिल्ली कूच:
- 6 दिसंबर से पंजाब के किसान दिल्ली कूच के लिए शंभू और खनौरी बॉर्डर पर इकट्ठा हो रहे हैं।
- 12 दिसंबर को किसानों ने दिल्ली की ओर कूच शुरू कर दिया है।
- हरियाणा सरकार का अलर्ट:
- हरियाणा सरकार ने सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी किया है।
- किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने के लिए पुलिस से अनुमति लेने का निर्देश दिया गया है।
Delhi Farmers Protest Update: हरियाणा पुलिस के आदेश
हरियाणा पुलिस ने किसानों को दिल्ली कूच से पहले कुछ शर्तों का पालन करने का आदेश दिया है।
- एंट्री के लिए परमिशन जरूरी:
- किसानों को हरियाणा में प्रवेश के लिए दिल्ली कूच की अनुमति लेनी होगी।
- उन्हें यह भी बताना होगा कि वे दिल्ली में कहां और किस प्रकार धरना देंगे।
- मीटिंग का आयोजन:
- अंबाला के पुलिस अधीक्षक (SP) ने किसानों को बातचीत के लिए बुलाया है।
- यह बैठक 12 दिसंबर को शाम 4 बजे अंबाला में आयोजित होगी।
Delhi Farmers Protest Update: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की प्रतिक्रिया
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किसानों के दिल्ली कूच पर बयान दिया है।
- MSP पर सरकार का रुख:
- सीएम सैनी ने कहा कि हरियाणा में सभी फसलों को MSP पर खरीदा जा रहा है।
- उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र सरकार MSP बढ़ाने की दिशा में लगातार कदम उठा रही है।
- कांग्रेस पर आरोप:
- मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाया।
- उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने झूठ फैलाया कि MSP खत्म किया जा रहा है।
Delhi Farmers Protest Update: आंदोलन की पृष्ठभूमि
किसानों का यह विरोध केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुआ था।
- कृषि कानूनों का मुद्दा:
- तीन नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों में असंतोष है।
- उनका मानना है कि ये कानून किसानों के बजाय कॉर्पोरेट सेक्टर के हितों को बढ़ावा देते हैं।
- MSP का सवाल:
- किसानों की सबसे बड़ी मांग MSP को कानूनी गारंटी देने की है।
- उन्हें डर है कि इन कानूनों के कारण MSP व्यवस्था कमजोर हो जाएगी।
Delhi Farmers Protest Update: सरकार बनाम किसान
हरियाणा और केंद्र सरकार का कहना है कि किसानों को उनकी फसलों का पूरा मूल्य दिया जा रहा है।
- हरियाणा सरकार का दावा:
- राज्य सरकार ने सभी फसलों को MSP पर खरीदने का दावा किया।
- किसानों को सिंचाई, बिजली, बीज और खाद जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं।
- किसानों की असहमति:
- किसानों का कहना है कि जमीनी स्तर पर MSP की गारंटी और समर्थन में कमी है।
- उनका दावा है कि छोटे किसानों को इसका लाभ नहीं मिल रहा।
Delhi Farmers Protest Update: कुछ महत्वपूर्ण आंकड़े
कृषि और किसानों की स्थिति को समझने के लिए आंकड़े बेहद अहम हैं।
- कृषि में योगदान:
- भारत की GDP में कृषि का योगदान लगभग 16% है।
- भारत की 58% आबादी कृषि पर निर्भर है।
- MSP के आंकड़े:
- हरियाणा में गेहूं की MSP ₹2125 प्रति क्विंटल और धान की MSP ₹2060 प्रति क्विंटल तय की गई है।
- सरकार ने पिछले साल 870 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की थी।
- प्रदर्शन में शामिल किसान:
- दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर लगभग 10,000 किसान प्रदर्शन कर रहे हैं।
- इनमें से 60% किसान पंजाब और हरियाणा से हैं।
Delhi Farmers Protest Update: विरोध का असर
किसानों के विरोध का असर विभिन्न स्तरों पर देखा जा सकता है।
- सड़क परिवहन पर प्रभाव:
- दिल्ली कूच के कारण हरियाणा और दिल्ली के बीच ट्रैफिक प्रभावित हुआ है।
- कई बॉर्डर प्वाइंट्स को सुरक्षा के तहत सील कर दिया गया है।
- स्थानीय व्यापार पर असर:
- प्रदर्शन के कारण सीमावर्ती इलाकों में व्यापार धीमा हो गया है।
- छोटे व्यापारियों को लॉजिस्टिक्स में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
Delhi Farmers Protest Update: किसानों की मांगें और सरकार का रुख
- किसानों की प्रमुख मांगें:
- तीनों कृषि कानूनों को रद्द करना।
- MSP को कानूनी दर्जा देना।
- सरकार की प्रतिक्रिया:
- सरकार ने कानूनों को वापस लेने से इनकार किया है लेकिन संशोधन के लिए तैयार है।
- MSP को लेकर आश्वासन दिया गया है कि इसे खत्म नहीं किया जाएगा।
Delhi Farmers Protest Update: भविष्य की रणनीति
किसान संगठनों ने आगे की रणनीति पर चर्चा शुरू कर दी है।
- आंदोलन का विस्तार:
- किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर लंबे समय तक डटे रहने का निर्णय लिया है।
- आगे की वार्ता:
- किसानों और सरकार के बीच बातचीत का अगला दौर जल्द शुरू हो सकता है।
निष्कर्ष: Delhi Farmers Protest Update
Delhi Farmers Protest Update के अनुसार, किसान अपनी मांगों को लेकर दृढ़ हैं।
- सरकार ने किसानों को MSP और अन्य सुविधाओं का भरोसा दिया है।
- हालांकि, किसानों का कहना है कि उनकी मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।
- इस विरोध प्रदर्शन ने न केवल राजनीतिक बल्कि सामाजिक और आर्थिक स्तर पर भी बड़ा प्रभाव डाला है।
किसानों और सरकार के बीच समाधान निकलने में अभी समय लग सकता है। प्रदर्शनकारियों और प्रशासन को शांतिपूर्ण वार्ता के जरिए मुद्दों का हल निकालने की जरूरत है।
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