Kal Ka Mausam: अरब सागर में लो प्रेशर बनने से मौसम पर प्रभाव

Kal Ka Mausam
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Kal Ka Mausam: रत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अरब सागर में निम्न दबाव क्षेत्र (Low Pressure Area) बनने की संभावना जताई है। हाल ही में तमिलनाडु और पुडुचेरी में कहर बरपाने वाला ‘फेंगल’ चक्रवात अब शांत हो चुका है, लेकिन इसके प्रभाव के कारण झारखंड समेत भारत के कई हिस्सों के मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। इस रिपोर्ट में जानिए Kal Ka Mausam के बारे में विस्तृत जानकारी।


Kal Ka Mausam: झारखंड में कैसा रहेगा मंगलवार का मौसम?

झारखंड के रांची स्थित बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के पास मौसम केंद्र ने मंगलवार (3 दिसंबर) को Kal Ka Mausam के बारे में जानकारी दी है।

  1. आंशिक बादल और कोहरा:
    • झारखंड के कई हिस्सों में सुबह हल्के से मध्यम दर्जे का कोहरा या धुंध छाया रहेगा।
    • दिन में आसमान आंशिक रूप से बादलों से ढका रहेगा।
  2. शुष्क मौसम की संभावना:
    • अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन झारखंड के दक्षिणी और मध्य भागों में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है।

Kal Ka Mausam: रांची में तापमान का अनुमान

राजधानी रांची में Kal Ka Mausam के अनुसार तापमान में थोड़ा उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है।

  1. अधिकतम तापमान:
    • अधिकतम तापमान 2 डिग्री की बढ़ोतरी के साथ 25 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है।
  2. न्यूनतम तापमान:
    • न्यूनतम तापमान 1 डिग्री की गिरावट के साथ 14 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
  3. सुबह का मौसम:
    • हल्के कोहरे और धुंध की स्थिति बनी रहेगी।

Kal Ka Mausam: ठंड बढ़ने की संभावना

मौसम विभाग ने बताया है कि अगले 2-3 दिनों में झारखंड में ठंड बढ़ने की संभावना है।

  1. तापमान में गिरावट:
    • न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी, जिससे ठंड का प्रभाव ज्यादा महसूस होगा।
  2. वर्षा की संभावना:
    • 2 दिसंबर को झारखंड के दक्षिणी हिस्सों और उससे सटे क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है।
  3. ठंड का प्रभाव:
    • अगले सप्ताह तक अत्यधिक ठंड का अनुभव होने की संभावना है।

Kal Ka Mausam: अरब सागर में बन रहे लो प्रेशर एरिया का प्रभाव

‘फेंगल’ चक्रवात के बाद अरब सागर में लो प्रेशर एरिया बनने के संकेत मिले हैं, जिसका असर झारखंड सहित देश के अन्य हिस्सों पर पड़ सकता है।

  1. आईएमडी की रिपोर्ट:
    • अरब सागर में बनने वाला यह निम्न दबाव क्षेत्र भारत के पश्चिमी और मध्य भागों के मौसम को प्रभावित कर सकता है।
  2. क्षेत्रीय प्रभाव:
    • झारखंड के दक्षिणी और मध्य भागों में हल्की बारिश के रूप में इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है।
  3. मौसम में बदलाव:
    • लो प्रेशर एरिया के कारण हवा की दिशा और गति में बदलाव संभव है।

Kal Ka Mausam: ठंड और कोहरे के आंकड़े

झारखंड में ठंड का असर हर साल नवंबर के अंत से शुरू हो जाता है।

  1. सर्दी का औसत डेटा:
    • झारखंड के ज्यादातर हिस्सों में दिसंबर से फरवरी तक न्यूनतम तापमान 10-12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।
  2. कोहरे का प्रभाव:
    • सर्दियों के महीनों में रांची और आसपास के इलाकों में सुबह और रात में घना कोहरा देखने को मिलता है।

Kal Ka Mausam: झारखंड में बारिश के आंकड़े

झारखंड में मानसून के बाद दिसंबर में बारिश की संभावना काफी कम रहती है।

  1. बारिश का औसत:
    • दिसंबर में झारखंड में औसतन 10-15 मिमी बारिश होती है।
  2. इस वर्ष का अनुमान:
    • मौसम विभाग के अनुसार, इस साल दिसंबर के पहले सप्ताह में दक्षिणी झारखंड के कुछ इलाकों में 2-3 मिमी बारिश हो सकती है।

Kal Ka Mausam: ठंड से बचाव के उपाय

जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी, लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है।

  1. गर्म कपड़ों का उपयोग:
    • सुबह और रात के समय गर्म कपड़े पहनें।
  2. घर के अंदर रहें:
    • ठंडी हवा से बचने के लिए ज्यादा समय घर के अंदर बिताएं।
  3. हीटर का उपयोग करें:
    • अत्यधिक ठंड के दिनों में हीटर का इस्तेमाल करें।
  4. स्वास्थ्य का ध्यान रखें:
    • सर्दी और फ्लू से बचने के लिए गर्म पेय पदार्थ और पौष्टिक आहार का सेवन करें।

Kal Ka Mausam: सटीक जानकारी के लिए अपडेट्स पर नजर रखें

मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए अपडेट्स पर नजर रखना जरूरी है ताकि मौसम के बदलाव से बचाव किया जा सके।

  1. मौसम केंद्र की वेबसाइट:
    • भारतीय मौसम विभाग (IMD) की आधिकारिक वेबसाइट पर नियमित अपडेट्स देखें।
  2. स्थानीय मौसम केंद्र:
    • रांची स्थित मौसम केंद्र से समय-समय पर जानकारी प्राप्त करें।

Kal Ka Mausam: ठंड और कोहरे का कृषि पर प्रभाव

झारखंड की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है, और मौसम का सीधा प्रभाव फसलों पर पड़ता है।

  1. रबी फसलों पर असर:
    • गेहूं और चने की फसलें ठंड और कोहरे के कारण प्रभावित हो सकती हैं।
  2. कृषि उत्पादन का डेटा:
    • झारखंड में हर साल रबी सीजन में 10-12 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें उगाई जाती हैं।
  3. किसानों के लिए सुझाव:
    • ठंड और कोहरे से फसलों को बचाने के लिए सिंचाई और कीटनाशकों का सही उपयोग करें।

निष्कर्ष: Kal Ka Mausam पर रखें नजर

Kal Ka Mausam के तहत झारखंड में मौसम में धीरे-धीरे बदलाव देखने को मिलेगा।

  • सुबह कोहरा और हल्की धुंध के साथ दिन का तापमान सामान्य रहेगा।
  • ठंड में वृद्धि और हल्की बारिश की संभावना अगले कुछ दिनों में मौसम को और सर्द बना देगी।
  • अरब सागर में बनने वाला लो प्रेशर एरिया भविष्य में बड़े बदलाव ला सकता है।

सटीक और समय पर जानकारी के लिए मौसम विभाग के अपडेट्स पर नजर रखें। झारखंड के लोग ठंड के प्रभाव से बचाव के उपाय अपनाकर सुरक्षित रहें। Kal Ka Mausam को समझना जरूरी है, क्योंकि मौसम का बदलाव न केवल दैनिक जीवन बल्कि कृषि और अन्य गतिविधियों को भी प्रभावित करता है।

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