kashi vishwanath: काशी विश्वनाथ मंदिर के पास ढहे दो मकान
kashi vishwanath: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में रविवार देर रात एक बड़ा हादसा हुआ है। काशी विश्वनाथ मंदिर के पास स्थित काशी विश्वनाथ विशिष्ट परिक्षेत्र के येलो जोन में दो पुराने मकान अचानक धराशायी हो गए। इस हादसे में कई लोग मलबे में दब गए, जिन्हें बचाने के लिए एनडीआरएफ की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
kashi vishwanath: नौ लोग घायल, एक महिला की मौत
इस दर्दनाक हादसे में नौ लोग घायल हो गए, जिन्हें मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से एक महिला, प्रेमलता, की मौत हो गई है। मौके पर 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं और गोदौलिया से मैदागिन जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया गया है।
kashi vishwanath: हादसे का स्थान और स्थिति
यह हादसा वाराणसी के चौक थाना इलाके के खोवा गली चौराहे पर हुआ। यहां 70 साल पुराने मकान अचानक धराशायी हो गए। बताया जा रहा है कि प्रसिद्ध जवाहिर साव कचौड़ी वाले के ऊपर स्थित राजेश गुप्ता और मनीष गुप्ता के मकानों के मलबे में नौ लोग दबे थे।
घायल पुलिसकर्मी और महिला पुलिसकर्मी
kashi vishwanath: मलबे से निकाले गए घायलों में एक सिपाही भी शामिल है, जिसे गंभीर हालत में कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा, विश्वनाथ मंदिर में ड्यूटी पर तैनात एक महिला पुलिस कर्मी भी गंभीर रूप से घायल हुई है।
मकान मालिकों की शिकायत और प्रशासन की अनदेखी
kashi vishwanath: खोवा गली में गिरे मकानों में से एक अशोक यादव का है, जिसमें दो दुकानें हैं, माला-फूल और कचौड़ी की। दूसरा मकान रमेश गुप्ता का है, जिसमें भी दो दुकानें हैं। दुकान के मालिक अनूप गुप्ता ने बताया कि उन्होंने मंदिर प्रशासन को कई बार शिकायती पत्र दिया था कि यह मकान गिरवा दिया जाए, बावजूद इसके प्रशासन ने उनकी एक न सुनी। करीब दस वर्षों से यह मकान जर्जर अवस्था में था।
मकान ढहने का समय और घटना की सूचना
kashi vishwanath: मकान मालिक अशोक यादव और गोरख यादव देर रात अपने मकान की छत पर सोए हुए थे। मकान को हिलता महसूस कर उनकी नींद टूट गई। उन्होंने बरामदे के रास्ते दूसरे के छत पर छलांग लगाकर अपनी जान बचाई।
kashi vishwanath: नगर निगम को दिया गया आदेश
मौके पर मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक संवेदना जताई है। मंडलायुक्त ने बताया कि इस क्षेत्र में लगभग 50 लोगों को नोटिस दी गई है ताकि उनकी मरम्मत करवा दी जाए। नगर निगम के माध्यम से उन्हें कहीं और रहने को कहा जाएगा। मरम्मत के बाद अपने मकान में शिफ्ट करें।
kashi vishwanath: प्रधानमंत्री का संवेदना संदेश
वाराणसी में चौक के पास ढहे दोनों मकान के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुखद घटना पर सुबह-सुबह मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा से फोन पर वार्ता करके जानकारी ली। मंडलायुक्त द्वारा प्रधानमंत्री को एनडीआरएफ, फायर, पुलिस, प्रशासन द्वारा चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन तथा घायलों के अस्पताल में कराए जा रहे इलाज की पूरी विस्तृत जानकारी प्रधानमंत्री को दी गई। प्रधानमंत्री द्वारा रात में गिरे दोनों मकान में रह रहे सभी लोगों के संबंध में पूरी जानकारी प्राप्त करते हुए दुर्घटना में मृत महिला के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की। प्रधानमंत्री द्वारा मंडलायुक्त को घायल सभी नौ लोगों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए गए हैं।
सावन के सोमवार को हादसा होने से बचा बड़ा हादसा
kashi vishwanath: सावन के सोमवार के एक दिन बाद और बीती रात काशी विश्वनाथ मंदिर के पास पांच-पांच मंजिला दो मकान गिरने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। हर कोई अपने-अपने छत पर जाकर घटनास्थल को देख रहा था। नीचे पुलिस ने सभी रास्तों को बंद कर दिया था। एक राहत की बात यह है कि यह हादसा सोमवार को या सुबह के समय नहीं हुआ। ऐसे समय में यह हादसा और भयावह हो सकता था।
kashi vishwanath: विश्वनाथ मंदिर प्रशासन का बयान
मंगलवार को लगभग 3 बजे चौक थाना स्थित खोवा गली में दो जर्जर मकान गिरने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है। इस संबंध में यह सूचित किया जाता है कि प्रभावित भवन मंदिर न्यास के क्षेत्र से बाहर स्थित थे तथा कॉरिडोर के भी किसी भवन अथवा बाउंड्री से सटे हुए नहीं थे। श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का निर्माण कार्य ढाई वर्ष पूर्व (वर्ष 2021) पूर्ण हो चुका है। धाम के विस्तारीकरण और सुंदरीकरण के निर्माण कार्य पूर्ण होने के उपरांत किसी भी संपत्ति का क्रय मंदिर न्यास द्वारा नहीं किया गया है।
मकानों की मरम्मत और सुरक्षित रखरखाव
भवन सुरक्षा संबंधी प्रभावी नियमों के अंतर्गत बाहर स्थित किसी भी भवन में निर्माण कार्य, ध्वस्तीकरण व अन्य किसी भी कार्य हेतु भवन स्वामी को मंदिर प्रशासन से अनुमति/ NOC लेने की आवश्यकता नहीं होती। विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा मंदिर से बाहर की संपत्तियों पर किसी भी प्रकार का नियंत्रण अथवा नियमन करने की कोई भी व्यवस्था नहीं है। यह भी स्पष्ट किया जाता है कि हालांकि, विगत कुछ वर्षों में यदा कदा कतिपय व्यक्तियों द्वारा उनकी परिसंपत्तियों को मंदिर न्यास द्वारा क्रय करने हेतु निवेदन किया गया है, किंतु इस पर विचार करते हुए मंदिर न्यास द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। अतः अभी किसी भी प्रकार की संपत्ति का क्रय करने की आवश्यकता मंदिर प्रशासन को नहीं है।
सुरक्षित भविष्य की दिशा
किसी भी प्रकार के संशय के समाधान हेतु यह पुनः सार्वजनिक रूप से इस विज्ञप्ति द्वारा घोषित किया जाता है कि वर्तमान समय में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा किसी भी भूमि अथवा भवन के क्रय पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है। निजी संपत्तियों का सुरक्षित रूप से मेंटेनेंस करने, मानकों के अनुसार ही उपयोग सुनिश्चित करने आदि दायित्वों से मंदिर न्यास का कोई सरोकार नहीं है।
यह हादसा वाराणसी के लिए एक बड़ा सबक है और प्रशासन को अब जर्जर मकानों की मरम्मत और सुरक्षा को लेकर और भी सतर्क रहने की जरूरत है। प्रशासन को समय रहते कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को टाला जा सके।
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