Old Rajinder Nagar: UPSC की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत
Old Rajinder Nagar: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव IAS कोचिंग सेंटर में तीन सिविल सेवा अभ्यर्थियों की मौत के मामले में जांच पैनल ने कोचिंग सेंटर की लापरवाही को दोषी ठहराया है। इसके अलावा, एमसीडी (MCD) और फायर विभाग को भी कानून के उल्लंघन का दोषी माना गया है। यह घटना 27 जुलाई को भारी बारिश के बाद कोचिंग सेंटर की इमारत के बेसमेंट में पानी भरने के कारण हुई थी।
Old Rajinder Nagar: जांच पैनल की रिपोर्ट
जांच पैनल की रिपोर्ट में राव IAS कोचिंग सेंटर को प्रमुख दोषी ठहराया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, कोचिंग सेंटर ने सुरक्षा और आपातकालीन प्रबंधन के नियमों का उल्लंघन किया था। एमसीडी और फायर विभाग की भी कड़ी आलोचना की गई है, क्योंकि उन्होंने कई कानूनों का उल्लंघन किया था। इस रिपोर्ट को 7 जुलाई को राजस्व मंत्री को सौंपा गया था।
कोचिंग सेंटर की लापरवाही
Old Rajinder Nagar: रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि कोचिंग सेंटर ने सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया था। बेसमेंट में जलनिकासी की उचित व्यवस्था नहीं थी, जिसके कारण भारी बारिश के बाद पानी भर गया। इससे अभ्यर्थियों के पास बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा और उनकी मौत हो गई।
एमसीडी और फायर विभाग की जिम्मेदारी
Old Rajinder Nagar: एमसीडी और फायर विभाग की भी रिपोर्ट में गंभीर लापरवाही पाई गई है। उन्होंने इमारत के निर्माण और संचालन में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया था। फायर विभाग ने भी आग लगने की स्थिति में बचाव के लिए जरूरी उपकरणों की जांच नहीं की थी।
Old Rajinder Nagar: कानूनी कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए, कोर्ट ने इस मामले की जांच दिल्ली पुलिस से लेकर सीबीआई को सौंप दी है। राउज एवेन्यू कोर्ट की प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अंजू बजाज चांदना ने सीबीआई को नोटिस जारी किया है और 9 अगस्त को अगली सुनवाई निर्धारित की गई है। आरोपितों में परविंदर सिंह, तजिंदर सिंह, हरविंदर सिंह और सरबजीत सिंह शामिल हैं।
पीड़ितों के परिजनों की प्रतिक्रिया
Old Rajinder Nagar: पीड़ितों के परिजनों ने कोचिंग सेंटर और सरकारी विभागों की लापरवाही पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि अगर कोचिंग सेंटर और सरकारी विभाग समय पर सही कदम उठाते, तो इस दुखद घटना को टाला जा सकता था।
Old Rajinder Nagar: सुरक्षा उपायों की कमी
इस घटना ने दिल्ली के कोचिंग सेंटरों में सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर किया है। शहर में हजारों कोचिंग सेंटर हैं, जहां लाखों छात्र अपने भविष्य की तैयारी करते हैं। लेकिन सुरक्षा मानकों की अनदेखी के कारण उनकी जान को खतरा बना रहता है।
सरकारी जांच और सुधार
Old Rajinder Nagar: घटना के बाद सरकार ने कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा जांच के आदेश दिए हैं। सभी कोचिंग सेंटरों को सुरक्षा मानकों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार ने कहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
Old Rajinder Nagar: निष्कर्ष
Old Rajinder Nagar: ओल्ड राजेंद्र नगर में राव IAS कोचिंग सेंटर की लापरवाही और एमसीडी व फायर विभाग की अनदेखी के कारण तीन सिविल सेवा अभ्यर्थियों की जान चली गई। इस घटना ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी और सरकारी विभागों की लापरवाही को उजागर किया है। कोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है और अगली सुनवाई 9 अगस्त को होगी। सरकार ने भी कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा जांच के आदेश दिए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सुरक्षा मानकों का पालन कितना महत्वपूर्ण है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी कोचिंग सेंटर और सरकारी विभाग सुरक्षा उपायों का पालन करें, ताकि छात्रों की जान को खतरा न हो।
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