delhi water crisis: दिल्ली की जलमंत्री आतिशी ने एक बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि दिल्ली में पानी की समस्या बढ़ाने के लिए पाइपलाइन काटने की साजिश हो रही है। इस षड्यंत्र के कारण साउथ दिल्ली में आज 25% पानी की कमी हुई है। आतिशी ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर इस मामले की जांच और मुख्य वाटर पाइपलाइन को सुरक्षा देने का आग्रह किया है।
delhi water crisis: जल संकट से जूझती तपती दिल्ली
दिल्ली में लोगों को इस समय दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। भीषण गर्मी के बीच पेयजल संकट से दिल्लीवासी परेशान हैं। कई इलाकों में पानी की भारी किल्लत है। इस बीच जलमंत्री आतिशी का यह आरोप चिंता का विषय बन गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पानी की परेशानी बढ़ाने के लिए पाइपलाइन काटने की साजिश हो रही है, जिससे साउथ दिल्ली में 25% पानी की कमी हुई है।
जलमंत्री आतिशी की आपात बैठक
delhi water crisis: जल संकट के बीच जलमंत्री आतिशी ने शनिवार को अधिकारियों के साथ आपात बैठक की। उन्होंने समस्या को दूर करने के लिए त्वरित कदम उठाने का आदेश दिया। इसके साथ ही, जरूरत के आधार पर पानी के टैंकरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश भी दिए। आतिशी ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू से फोन पर बातचीत की और हर संभव मदद का आश्वासन प्राप्त किया।
हरियाणा से पर्याप्त पानी नहीं मिलने की समस्या
बैठक के बाद आतिशी ने बताया कि दिल्ली में जलसंकट की स्थिति गंभीर होती जा रही है। हरियाणा से पर्याप्त पानी नहीं मिलने से जल उत्पादन 70 एमजीडी तक घट गया है। वर्तमान में केवल 932 एमजीडी पानी का उत्पादन हो रहा है। वजीराबाद बैराज का जलस्तर सामान्य से 6 फीट घटकर 668.5 फीट पर पहुंच गया है। मुनक नहर से मिलने वाला पानी भी घटकर 902 क्यूसेक रह गया है, जिससे जल शोधन संयंत्रों पर असर पड़ा है।
delhi water crisis: जल संकट से निपटने के प्रयास
इस समस्या से निपटने के लिए पश्चिमी दिल्ली के कई हिस्सों में बोरवेल को यूजीआर से जोड़ा गया है। इसके साथ ही, जलबोर्ड ने दिल्ली में टैंकरों की संख्या बढ़ाकर प्रतिदिन 10 हजार कर दी है। जल बोर्ड लगभग 10 एमजीडी पानी टैंकरों के माध्यम से सप्लाई कर रहा है। आतिशी ने लोगों से पानी बर्बाद न करने की अपील की है और लीकेज की जानकारी तुरंत सोशल मीडिया पर देने का आग्रह किया है।
सामान्य उत्पादन में कमी
delhi water crisis: आतिशी ने बताया कि वजीराबाद बैराज और मुनक नहर से मिलने वाले पानी की मात्रा कम होने से दिल्ली के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से कम उत्पादन हो रहा है। सामान्य रूप से रोजाना इन प्लांट से 1005 एमजीडी पानी का उत्पादन होता है, जो वर्तमान में घटकर 932 एमजीडी रह गया है।
आपातकालीन स्थिति में ट्यूबवेल से आपूर्ति
आपातकालीन स्थिति में ट्यूबवेल को सप्लाई नेटवर्क से जोड़ा गया है। ये ट्यूबवेल विशेष रूप से बवाना, नरेला, द्वारका, नांगलोई सहित पश्चिमी दिल्ली के कई हिस्सों में करवाए गए हैं, जहां पानी की विशेष कमी है। आतिशी ने बताया कि स्थिति सुधारने के लिए अपर यमुना रिवर बोर्ड की बैठक हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
delhi water crisis: हिमाचल से पानी की आपूर्ति
हिमाचल ने बैठक में दोबारा पुष्टि की है कि दिल्ली को अपना सरप्लस 139 एमजीडी पानी देने के लिए तैयार है, लेकिन बोर्ड ने इस पर हिमाचल से कुछ कागज मांगे हैं। आतिशी ने हरियाणा से अपील की है कि जब तक अपर यमुना रिवर बोर्ड का निर्देश नहीं आ जाता, तब तक वे दिल्ली को कुछ अतिरिक्त पानी दें।
आप विधायकों का केंद्रीय जल शक्ति मंत्री को पत्र
delhi water crisis: जल संकट से राहत दिलाने की मांग को लेकर आप विधायकों ने शनिवार को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल को पत्र लिखा है। विधायकों ने मांग रखी है कि दिल्ली को जल संकट से उबारने के लिए दिल्ली सरकार हर प्रयास कर रही है, लेकिन यमुना में पानी की उपलब्धता कम होने से दिल्ली की जरूरतें पूरी नहीं हो पा रही हैं। यह पूरा मामला हरियाणा, हिमाचल, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बीच का है। यदि सीआर पाटिल इंटर स्टेट कोआर्डिनेशन की जिम्मेदारी उठाएं, तो दिल्ली को जल संकट से उबारा जा सकता है।
सीआर पाटिल के आवास पर पहुंचे आप विधायक
आज दिल्ली के आप विधायक केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल से मिलने पहुंचे। हालांकि, उनसे मुलाकात नहीं हो पाई। आप विधायकों ने बताया कि उन्होंने पाटिल के आवास, कार्यालय और अन्य माध्यमों से पत्र दे दिया है और उम्मीद है कि इस मामले में दखल देकर दिल्ली को जल्द राहत दिलाई जाएगी।
delhi water crisis: निष्कर्ष
delhi water crisis: दिल्ली में जल संकट गंभीर रूप ले रहा है और इस स्थिति में जलमंत्री आतिशी का पाइपलाइन काटने की साजिश का आरोप दिल्लीवासियों के लिए चिंता का विषय बन गया है। जल संकट से निपटने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है और जनता से सहयोग की अपील भी की जा रही है। पुलिस और अन्य संबंधित अधिकारियों से उम्मीद है कि इस मामले की गहराई से जांच कर दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा।
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